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तिनसुकिया, जागुन: असम-अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र तिनसुकिया जिले के जागुन स्थित 10 माइल में दिनदहाड़े हुए अपहरण की घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना में उग्रवादी संगठन अल्फा (स्वाधीन) के शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह 9 बजे 6-7 हथियारबंद संदिग्ध लोग जागुन के एक पत्थर तोड़ने वाले मील में पहुंचे। उन्होंने वहां काम कर रहे लोगों से सवाल-जवाब किया और मील के मालिक कृष्णा छेत्री उर्फ भाई और उनके 24 वर्षीय भतीजे प्रकाश छेत्री को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया। बाद में, प्रकाश छेत्री के निवेदन पर अपहरणकर्ताओं ने कृष्णा छेत्री को छोड़ दिया, लेकिन प्रकाश छेत्री को अपने साथ ले गए।
कृष्णा छेत्री ने दी जानकारी
घटना के प्रत्यक्षदर्शी कृष्णा छेत्री ने बताया कि वे अपने भतीजे प्रकाश के साथ मील पर पहुंचे ही थे कि संदिग्धों का समूह वहां आया। उनके पास हथियार थे और उन्होंने महिला और मील के मुंशी के बारे में पूछा। इसके बाद उन्होंने दोनों को फॉर्च्यूनर गाड़ी में बैठाकर नदी के एक दूरस्थ क्षेत्र की ओर ले गए।
पुलिस का अभियान जारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। सीमावर्ती इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
23 अक्टूबर को इसी क्षेत्र के 10 माइल इलाके में हिमालय टी फैक्ट्री के मुंशी गौतम बसुमतारी का अपहरण किया गया था। उस घटना में भी अल्फा स्वाधीन का नाम सामने आया था। 15 दिनों बाद अपहरणकर्ताओं ने उन्हें रिहा किया था। इसी कारण इस बार भी अपहरण के पीछे अल्फा स्वाधीन का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
स्थानीय लोगों में दहशत
घटना के बाद इलाके में डर का माहौल है। प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जा रही है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
अपहरणकर्ताओं की मंशा पर सवाल
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अपहरणकर्ताओं का मकसद क्या है। प्रकाश छेत्री की रिहाई के लिए फिरौती की मांग की जा सकती है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
इस घटना ने सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।