चंद्र शेखर ग्वाला उधारवंद २१ जुलाई :— श्रावन गुरु पूर्णिमा के दिन उधारबंद विधानसभा क्षेत्र का,उधारबंद प्रेक्षागृह में असम ओड़िया महासभा, कछाड़ जिला समिति ने एक संवर्धना सभा का आयोजन किया। उक्त सभा में मुख्य अतिथि, नेहरू कालेज पैलापुल के प्रधानाचार्य डॉ शुभजीत चक्रवर्ती तथा मदन चासा,सनत चासा,प्रदीप तांती,बिजय तांती,श्यामल तांती,धनु तांती,मनिलाल कोंवर, सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दीपक प्रज्वलित कर सभा का प्रारंभ किया गया, तत्पश्चात मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों को समिति की ओर से अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सन्मान पर्व के बाद मुख्य अतिथि डॉ शुभजीत चक्रवर्ती ने अपने वक्तव्य में वर्तमान के शिक्षा व्यवस्था के साथ तालमेल बनाकर गरीब से गरीब विद्यार्थी भी अपने आप को प्रतिष्ठित कर सकता है, इसके लिए विद्यार्थीओं को पुरे मेहनत और लगन से अपने कर्तव्य पर केंद्रित होना चाहिए,आज प्रत्येक घर के विद्यार्थीओं को शिक्षा के लिए सरकार जिस प्रकार से विभिन्न प्रकार का योजना लागू किया है इससे आर्थिक रूप से पिछड़े हुए परिवार के अभिभावक भी अपने बच्चों को आसानी से उच्च शिक्षा से शिक्षित कर सकता है,बस इसके लिए विद्यार्थीओं के मन में एक प्रतियोगिता मुलक मनोभाव लाना होगा और पुरे मेहनत और लगन के आगे बढ़ना होगा। गुरु और शिष्य परंपरा के विषय पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें आजीवन अपने गुरु जनों को श्रद्धा करते रहना चाहिए,जब हम अपने गुरु जनों का श्रद्धा करेंगे तभी हमारे शिश्य यानी विद्यार्थी भी हमें श्रद्धा करेंगे। इसके पश्चात और वक्ताओं ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए , जिनमें मदन चासा, संगीत शिक्षक बिजय तांती, प्रदीप तांती, शामिल रहे। प्रदीप तांती ने अपने वक्तव्य में कहा कि यदि सरकार द्वारा सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारीओं को अपने संतानें सरकारी विद्यालयों, कालेजों में पढ़ाने पर वाध्य किया जाए तो अपने आप सौ प्रतिशत शिक्षा व्यवस्था का विकास संभव होगा।आज के इस संबर्धना समारोह में इलाके के आठ उच्च माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त विद्यार्थीओं को मोमेंटो, अंगवस्त्र, मानपत्र और नकद पांच सौ रुपए की राशि देकर सम्मानित किया गया। जिनमें, मनजीत चासा, तनुश्री तांती,नेहाल तांती, वैशाली केवट, रुपाली तांती,प्रनव तांती, प्रिया तांती, एवं मनदीप चासा, ने उपस्थित अतिथियों के हाथ अपने अपने पुरस्कार ग्रहण किया ।
