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बरपेटा जिला कोच राजवंशी छात्र संगठन और महीला समिति (आक्रासु) ने बरपेटा रोड के मिनी स्टेडियम में आज सुबह काला झंडा उड़़ाकर केन्द्र सरकार के विरूद्ध प्रताड़ना दिवस के रूप में पालन किया। संगठन का आरोप है कि आजादी के दो साल बाद 29 अगस्त 1949 तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और कोच विहार के तत्कालीन राजा जगदेश्वर नारायण भूप बहादूर के बीच एक ऐतिहासिक संधि हुआ था कि अविभाज्य वर्तमान ग्वालपारा जिला कोचबिहार राज्य के साथ विलय होकर एकाकार रहेगा परन्तु केन्द्रीय सरकार ने इस संधि का पालन नही किया। कोच कामतापुर को विभाजन किया था। उसी के विरुद्ध में यह प्रताड़ना दिवस पालन किया गया। बरपेटा जिला आक्रासु सभापति अजय वर्मण ने इस बात की जानकारी दी। केन्द्रीय सरकार के विरोध में हाय! हाय!, नो एसटी नो रैस्ट का नारा लगाया गया। कामतापुर हमे चाहिए, नारो से स्टेडियम गुंज गया।