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यशवन्त पाण्डेय, शिलकुड़ी 2 फरवरी। एनआईटी शिलचर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ। एनआईटी शिलचर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रबंधन के तत्वाबधान में भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लाइनिंग रिसोर्स सेंटर का डॉ. भूपेन हजारिका सभागार में पांचवें इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन एडवांसमेंट इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पांचवें सम्मेलन में देश-विदेश से आए अतिथियों ने द्वीप प्रज्ज्वलन कर सम्मेलन का शुभारम्भ किया।
एनआईटी शिलचर के प्रभारी निदेशक प्रो. पार्थ सारथी चौधुरी के अध्यक्षता में आयोजित इस
तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रो. नरेंद्रनाथ एस. (निदेशक) उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, प्रो. विजय भट्टाचार्य (पूर्व प्रोफेसर) यादवपुर विश्वविद्यालय, प्रो. रंजन गांगुली ( जादवपुर विश्वविद्यालय), प्रो. हमीद हद्दाद खोदापरस्त, स्वानसी विश्वविद्यालय (यूके) से भाग लिया। सम्मेलन में पर्ड्यू विश्वविद्यालय, अमेरिका से प्रो. पार्थ पी मुखर्जी, डीआरडीओ से वैज्ञानिक पूर्णज्योति तालुकदार और इसरो के उप-परियोजना निदेशक गगनयान चिरंजीवी फणींद्र आनलाईन उपस्थित थे। साथ ही सम्मेलन के चेयरमैन प्रो. रजत गुप्ता, संयोजक डॉ. सुकुमार पति, प्रो. नलिन देव चौधरी (डीन, आर/सी) मंचासीन थे।
इक्रामी के चेयरमैन प्रोफेसर रजत गुप्ता ने कॉन्फ्रेंस में कहा, हमारी यह कॉन्फ्रेंस पहली बार 2020 में शुरू हुई है, यहां हमारे पास देश-विदेश से वक्ता हैं, इस कॉन्फ्रेंस में 118 पेपर (आर्टिकल) तैयार किए गए हैं, जिन्हें सबके सामने तैयार किया जाएगा। विदेश से आये अतिथि द्वारा प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया जायेगा। इस आयोजन का समकालीन प्रौद्योगिकी जागरूकता, विकास, राष्ट्र निर्माण और सामाजिक विकास की दिशा में प्रगति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
सम्मेलन के संयोजक डॉ. सुकुमार पति ने आयोजकों की ओर से सम्मेलन को सफल बनाने में उनके निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन के लिए एनआईटी सिलचर के निदेशक प्रो. दिलीप कुमार वैद्य के प्रति आभार व्यक्त किया।