यशवंत पांडेय शिलकुड़ी 20 मार्च। भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तत्वावधान में और एनआईटी सिलचर के सहयोग से डिजाइन और नवाचार पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला व जागरुकता कार्यक्रम एनआईटी सिलचर के गेस्ट हाउस ऑडिटोरियम में आज उद्घाटन हुआ । सोमवार को उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में एनआईटी सिलचर के निदेशक पार्थ सारथी चौधुरी , रजिस्ट्रार के.एल वैष्णव , स्टूडेंट वेलफेयर डिन प्रांजित बर्मन , समारोह के नोडल ऑफिसर डॉ. सुमित भौमिक , दो समन्वयक मानस कुमार बेरा और डॉ. बिपुल दास मंच पर उपस्थित थें। प्रदीप प्रज्वलन के माध्यम से समारोह का शुरुवात किया गया। अपने स्वागत भाषण में एमएसएमई एनआईटी के नोडल ऑफिसर सुमित भौमिक ने कहा स्वनिर्भर भारत बनाने में भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा अनेक प्रकार के कार्यशाला और प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है , आज कार्यशाला में 50 प्रतिभागी उपस्थित है । मंगलवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में 50 प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे । कार्यक्रम में स्टूडेंट वेलफेयर डिन प्रांजित बर्मन ने कहा , गांवों या शहरों में रहनेवाली महिलाओं को स्वनिर्भर करने के लिए एमएसएमइ के जरिए नए प्रकल्प दिया जा रहा है। एमएसएमई के माध्यम से नए-नए आइडिया पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा , किस तरह प्लास्टिक बहिस्करण करके सुपारी के पत्ते से प्लेट और पोलिमर से कैसे चप्पल बनाया जा सकता है , इस थीम को लेकर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है । कार्यक्रम में एनआईटी शिलचर के रजिस्ट्रार के एल वैष्णब ने कहा , भारत सरकार ने जो पदक्षेप लिया है वह अति महत्वपूर्ण है । क्योंकि भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है । एक परिवार में सिर्फ एक आदमी काम करे तो सबका बोझ एक आदमी के ऊपर पड़ जाता है । अगर सब कुछ ना कुछ काम करते रहे तो आमदनी बढ़ जाएगी । इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय शुरू किया है । लेकिन भारत की जनसंख्या ज्यादा है , अगर सब काम करे तो भारत विश्व का विकसित देश बनेगा । हम लोगों का दायित्व है की हमारे मानव शक्ति को नए आईडिया और शोध के जरिए मजबूत कर विश्व मेें भारत का परचम लहराए । उत्पादन के मामले में हमे बहुत काम करने हैं। इस अवसर पर नोडल ऑफिसर डॉ. सुमित भौमिक , दो समन्वयक मानस कुमार बेरा और डॉ. बिपुल दास व गुवाहाटी से आये उद्योग विशेषज्ञ कल्याण दास ने अपना बहुमूल्य विचार साझा किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन एनआईटी शिलचर के सहायक प्रोफेसर वासीम आरिफ ने सुंदर और सुचारू रूप से किया। मंगलवार को भी कार्यक्रम जारी रहेगा ।
