3 June – हैदराबाद अध्ययनरत कानून की छात्रा प्रथमा दत्ता राय ने, होजाई में मरीज के रिश्तेदारों द्वारा एक डॉक्टर के उपर कथित शारीरिक अत्याचार के संबंध में उनके खिलाफ गुवाहाटी उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दर्ज किया। 2 जून को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को अपनी याचिका में, प्रथमा दत्ताराय ने देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टरों के उत्पीड़न पर अपनी चिंता व्यक्त की और डॉ. सेज सेनापति के अलावा, उन्होंने हाल ही में कर्नाटक और इससे पहले पश्चिम बंगाल में इसी तरह की घटनाओं का उल्लेख किया। कानून के छात्रा ने आगे कहा कि कम से कम 19 राज्यों के संदर्भ में मेडिकेयर सर्विस पर्सन एंड मेडिकल सर्विस इंस्टीट्यूशन एक्ट को पारित किया गया है। लेकिन इसका उचित कार्यान्वयन अभी भी बाकी है, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होती है। अगर डॉक्टरों और अन्य डॉक्टरों का ऐसा उत्पीड़न जारी रहा, तो यह देश के समग्र स्वास्थ्य व्यवस्था को प्रभावित करेगा। और इससे हमारी नैतिकता और सामाजिक मूल्यों के बारे में सवाल उठेंगे। उन्हें डर है कि मौजूदा स्थिति में एक बार डॉक्टरों ने इस तरह की असंवैधानिक गतिविधियों के सामने पर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने से इनकार कर दिया, तो पूरे देश को नुकसान हो सकता है। इसलिए पत्र के द्वारा उच्च न्यायालय से जनहित याचिका की मान्यता में होजाई के मामले में स्वतःस्फूर्त हस्तक्षेप करने की अपील की। इससे पहले, असम हायर सेकेंडरी काउंसिल के अध्यक्ष दयानंद बरगुहाई ने पहले एक बार जातिवाद के खिलाफ उनकी नस्लीय टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया था। उनके इस कदम की राज्य में जागरूक समुदाय ने पहले ही सराहना की है।
