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प्रेरणा प्रतिवेदन गुवाहाटी। हिंदी साहित्य भारती, असम प्रदेश के तत्वावधान में गुवाहाटी महानगर के भरलुमुख स्थित मॉडर्न इंग्लिश हाई स्कूल के प्रेक्षागृह में “विश्व हिंदी दिवस” की पूर्व संध्या पर एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की हिंदी शिक्षिका मामोनी तालुकदार बोरा द्वारा स्वागत गीत से हुआ। इसके बाद अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती पुरबी मेधी ने असमिया परंपरा के अनुसार सभी अतिथियों का फुलाम गामोछा से स्वागत किया और अपने संबोधन में कार्यक्रम की सराहना की। हिंदी साहित्य भारती के प्रदेश अध्यक्ष प्रेमकांत चौधरी ने प्रधानाध्यापिका पुरबी मेधी और हिंदी शिक्षिका मामोनी तालुकदार बोरा को फुलाम गामोछा से सम्मानित किया। उन्होंने संस्था का परिचय देते हुए “ध्येय गीत” प्रस्तुत किया और अपने अध्यक्षीय संबोधन में विभिन्न मातृभाषाओं के बावजूद हिंदी की महत्ता पर जोर दिया।
मुख्य वक्ता चंद्र प्रकाश शर्मा ने हिंदी के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को अनुशासन और भाषायी ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यार्थियों से “विद्या ददाति विनयं” को जीवन में आत्मसात करने की अपील की। असम ग्रामीण बैंक के पूर्व अध्यक्ष सत्य नारायण साहु ने हिंदी भाषा सीखने के महत्व पर जोर दिया, जबकि मैथिली और हिंदी के प्रसिद्ध कवि ललित कुमार झा ने अपनी कविता के माध्यम से विचार साझा किए। गणित के प्रसिद्ध शिक्षक जगनिवास झा ने भी छात्रों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में कक्षा सातवीं, आठवीं और नौवीं के छात्रों ने हिंदी कविताओं का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया। कविता पाठ करने वाले छात्रों में साक्षी कुमारी, भावना प्रजापत, सॉवरिन खातून, निखिल चौधरी, अनु शर्मा, जानकी कुमारी, माधुरी मित्रा और प्रीति अग्रवाल प्रमुख रहे।
कार्यक्रम का संचालन मामोनी तालुकदार बोरा ने कुशलता से किया और धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की ओर से किया गया। यह संगोष्ठी हिंदी भाषा और साहित्य के महत्व को समझाने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुई।