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हाइलाकांदी में मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
हाइलाकांदी, 18 दिसंबर: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ सोमवार को हाइलाकांदी के श्रीकिशन सारदा कॉलेज में किया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और विज्ञान संगठनों के प्रतिनिधियों ने छात्रों को विज्ञान के प्रति प्रेरित करने के महत्व पर जोर दिया।
शुभारंभ कार्यक्रम में उपस्थित अतिरिक्त जिला आयुक्त और शिक्षा विभाग के प्रभारी त्रिदिव रॉय ने कहा, “यदि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है, तो नई पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त करना आवश्यक है। सरकार का यह प्रयास छात्रों को विज्ञान के प्रति जागरूक और उत्साहित करेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के प्रदर्शनी वाहन छात्रों को रसायन विज्ञान, जल संरक्षण और अन्य वैज्ञानिक विषयों की जानकारी देने के साथ-साथ उनकी रुचि बढ़ाने में सहायक होंगे।
विज्ञान से डर खत्म करना है उद्देश्य
इस मोबाइल प्रदर्शनी का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान के जटिल विषयों से डराने के बजाय उन्हें आसान और रोचक तरीके से समझाना है। बस में विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक मॉडल और उपकरण प्रदर्शित किए गए हैं, जिनसे छात्र प्रयोगों को समझ सकेंगे। इस पहल से जिले के 25 शैक्षणिक संस्थानों को लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में विज्ञान के प्रति बढ़ा उत्साह
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के प्राचार्य हिलाल उद्दीन लश्कर ने कहा, “हर शैक्षणिक संस्थान में आधुनिक विज्ञान प्रयोगशालाएं होना अनिवार्य है। सरकार के इस प्रयास से छात्रों को विज्ञान के व्यावहारिक ज्ञान में मदद मिलेगी।”
असम साइंस एसोसिएशन की कॉलेज शाखा की ओर से प्रोफेसर सुकन्या चौधरी, रूपम सेन और देबाशीष गुहा ठाकुरता ने अतिथियों और छात्रों का स्वागत किया।
मोबाइल प्रदर्शनी की खासियत
यह प्रदर्शनी बस गुवाहाटी स्थित राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र से भेजी गई है। बस में विज्ञान केंद्र के विज्ञान संचारक अशरफुल आलम अहमद ने छात्रों को विभिन्न मॉडलों और प्रयोगों की व्याख्या की। प्रदर्शनी वाहन चार जनवरी तक जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों का दौरा करेगा।
जिला समन्वयक लुत्फर रहमान बरभुइया ने बताया, “हम लंबे समय से इस प्रदर्शनी वाहन की मांग कर रहे थे। अब यह छात्रों के लिए विज्ञान को करीब से समझने का एक सुनहरा अवसर है।”
इस पहल के संचालन में विद्यालय निरीक्षक कार्यालय और विज्ञान मंदिर के प्रभारी अधिकारी बहारुल इस्लाम बरभुइया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सारांश
इस कार्यक्रम के माध्यम से हैलाकांडी जिले के छात्रों को विज्ञान के प्रति प्रेरित करने और उन्हें व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया गया है। ऐसी प्रदर्शनी से न केवल छात्र बल्कि शिक्षक भी लाभान्वित होंगे और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा।