मोरीगांव (असम):मोरीगांव जिला के जागीरोड पुलिस पर नाबालिक विवाहित युवती की प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का आरोप लगा है।
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि जागीरोड थाना क्षेत्र के मनहा कसारी गांव की नाबालिक युवती मोरीगांव जिला के खला गांव के भार्गव डेका के साथ भाग गई थी। जिस समय युवक के साथ भाग कर युवती ने शादी किया उस समय उसकी उम्र 17 वर्ष थी।
शादी के बाद युवती को उसके पति और सास-ससुर प्रताड़ित करने लगे। साथ ही उसे जोर-जबरदस्ती दवा भी खिलाया करते थे। जिसकी शिकायत करने के लिए नाबालिक युवती जागीरोड थाने पहुंची, लेकिन जागीरोड थाना प्रभारी मून प्रकाश तिवारी और एसआई बनती हैंडिक युवती की प्राथमिकी दर्ज नहीं किया। जिसको लेकर पीड़ित युवती के परिजनों ने गुवाहाटी के पान बाजार स्थित महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच के लिए जागीरोड पुलिस को मामला ट्रांसफर किया गया। गुरुवार को युवती को स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जागीरोड पुलिस पर युवती को डराने-धमकाने का आरोप लगा। जिसके बाद युवती के परिजनों और पुलिस के बीच जमकर बहस हुई।
घटना की खबर मिलते ही मौके पर मोरीगांव सदर पुलिस की एक टीम पहुंची। युवती और उसके परिजनों को मोरीगांव सदर थाने ले गई। युवती के परिजनों का आरोप है कि युवक को बचाने के लिए जागीरोड पुलिस प्रयास कर रही है। युवती के परिजनों ने पूरी घटना की निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की है।