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चंद्रशेखर ग्वाला बड़खोला, 29 नवंबर : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा द्वारा सड़क विभाग में विकास के लिए एक ओर जहां असम माला नामक परियोजना लागू किया गया और वेशक इस परियोजना में पुरे राज्य के साथ काछाड़ जिले में कइ सड़कों का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर इस परियोजना के आड़े काछाड़ जिले का बड़खोला विधानसभा क्षेत्र का जारइलतला, धौलछोड़ा आदि इलाकों में असम माला के योजना के अंतर्गत निर्णीयमान सड़क पर, कुछ लोगों का माफिया राज के चलते स्थानीय क्षतिग्रस्त लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिला है। इलाके के लोगों ने शुक्रवार को स्थानीय संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि, असम माला के योजना के अंतर्गत बन रही सड़क के किनारे बसे हुए घरों के क्षतिपूर्ति के लिए काछाड़ जिला भु-आवासन अधिकारी कार्यालय द्वारा पटवारीओं को नियुक्त किया गया था।उन पटवारीओं ने स्थानीय दलाल बिकास दास के सहयोग से, अनेक लोगों से क्षतिग्रस्त मकानों का सरकारी मुआवजा दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए रिश्वत लिया है। लोगों के अनुसार जिन लोगों ने शिलचर सदर भु-आवासन अधिकारी कार्यालय का पटवारी जाकिर हुसैन बड़भुइया, टिंकू राजवाड़ को रिश्वत दिया था उनमें कइओं का मकान नहीं होते हुए भी चालीस, पचास लाख रुपए करके सरकारी मुआवजा मिला है। जिन लोगों का दो, तीन मंजिला इमारत प्रसाशन द्वारा तोड़ा जा रहा है, उनको सरकारी मुआवजा के रूप में बीस, पच्चीस लाख रुपए मंजूर किया गया है। दुसरी ओर पटवारी को रिश्वत देकर ,जिन लोगों का असम पेटर्न का घर था, उन लोगों ने भारी रकम पाने में सफल हो गए। उपस्थित लोगों ने जिला प्रशासन तथा मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि बड़खोला, जारईलतला, धौलछोड़ा इलाकों में इन विषयों पर उचित जांच होनी चाहिए, अन्यथा वे लोग किसी भी सुरत पर आपना मकान तथा अन्य सम्पत्तिओं को तोड़ने नहीं देंगे। भुक्तभोगीओं ने बताया कि स्थानीय जारइलतला बाजार इलाके में सामान्य भुमि अधिग्रहण पर भी कई लोगों को पचास लाख से एक करोड़ रुपए तक का सरकारी मुआवजा मिला है जो कि केवल पटवारी जाकिर हुसैन बड़भुइया और टिंकू राजवाड़ की कृपादृष्टि के कारण ही हो पाया है। स्थानीय दलाल बिकास दास ने तो अनेक लोगों को मुआवजे का रकम दुगनी करवाने का झांसा देकर चालीस हजार से दो लाख रुपए तक ऐंठा है। उपस्थित सभी ने अपने अपने उचित क्षतिपूर्ति की मांग की है। उपस्थित लोगों में राधा देवी, प्रतिमा शाहा, सोनाली चंद, रीना दास, सुमिता दास, जोसना चंद, साबित्री देब, प्रभा चटर्जी, किरन बहादुर सोनार, लक्ष्मण राय, राजा भट्टाचार्य, सुधांशु दे, निरंजन राय, कुमुद भौमिक सहित और कइ लोगों का कहना है कि, यदि काछाड़ जिला आयुक्त मृदुल यादव इस विषय पर उपयुक्त कारवाई नहीं करते हैं तो मजबूरन वे लोग आंदोलन पर उतारू होंगे। प्रभा चटर्जी ने कहा कि हालांकि जिला आयुक्त मृदुल यादव ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे इस उचित कार्रवाई करेंगे।