२१ फरवरी २०२१ दिन रविवार झंकार सांस्कृतिक संस्था ने अपने कालेज रोड स्थित अस्थाई कार्यालय में शहीद तर्पण का आयोजन किया। अनुष्ठान आनलाइन झंकार सांस्कृतिक संस्था के फेसबुक पेज पर समप्रचारित हुआ।इस प्रोग्राम में २१ फरवरी १९५२ में बांग्लादेश में जो भाषा शहीद हुए थे , संस्था के सदस्य सदस्याओ ने श्रद्धांजलि अर्पित किया।
प्रोग्राम के आरंभ में सम्मिलित संगीत प्रस्तुत किया संस्था के सदस्य-सदस्याओं ने। फिर कबिगुरू रविन्द्र नाथ टैगोर विरचित संगीत प्रस्तुत किया गायिका निवेदिता बणिक तथा देवश्री चौधरी ने। दोनों के सुरीली आवाज ने सबको मोहित किया। तदोपरांत संगीत प्रस्तुत किया शिल्पी प्रियंका नाथ ने। बहुत अच्छा अनुष्ठान प्रस्तुत किया प्रियंका ने।
फिर संगीत प्रस्तुत किया कनिष्ठ शिल्पी और गायक अनिकेत चक्रवर्ती ने। प्रोग्राम के अन्तिम चरण में संगठन के सभापति जयदीप चौधरी ने अपने सुरीले आवाज में कुछ संगीत प्रस्तुत किया।
गाना गाते हुए सभापति जयदीप चौधरी ने मातृभाषा दिवस का इतिहास व प्रासंगिकता व्यक्त किया। इसके साथ साथ बंगला भाषा के उत्तरोत्तर श्री बृद्धि की कामना भी की। जयदीप चौधरी का निवेदन बहुत सुंदर लगा, रूचि शील था। अनुष्ठान में तबला वादक थे त्रिदीप भट्टाचार्य। सब मिलाकर झंकार सांस्कृतिक संस्था शिलचर ने एक बहुत अच्छा अनुष्ठान प्रस्तुत किया।