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दुमदुमा के कई जगह से रथ नुमा कांवरिया एवं विभिन्न भगवानों की भव्य मूर्ति बना आकर्षण का केंद्र।
भोले बाबा को प्रसन्न करते हेतु कांवरियों ने की बोलबम की यात्रा
बोलबम के जयकारे के साथ धौला से जल भरकर निकले कांवरिया।
दुमदुमा प्रेरणा भारती 11 अगस्त- सावन के पवित्र और पावन महीने चतुर्थ सप्ताह में भी भोलेनाथ के भक्त बाबा का सच्चे मन पूरी निष्ठा के साथ पूजा पाठ करते है।वही भोलेनाथ को प्रसन्न करने हेतु कांवरिया बोलबम की यात्रा भी करते है।सावन के पवित्र और पावन महीने के चौथे रविवार को आज विभिन्न झांकी के साथ भोलेनाथ के भक्तो ने बोलबम की यात्रा की।इस दौरान तिनसुकिया जिले के सैखोवाघाट से लेकर तिनसुकिया के माकुम रोड स्थित शिवधाम तक का माहौल भोले बाबा की भक्ति में रंगा हुआ दिखाई पड़ा।सैखोवाघाट से जल भरकर लगातर बोलबम का जयकारा लगाते हुये बाबा के भक्त चल रहे थे।बोलबम बोलने से श्रद्धालु के शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है,जो भक्तों को शक्ति प्रदान करता है।इस दौरान आकर्षक झाकिया भी बनाई गई थी, आज इस बार दुमदुमा कुम्हारी पट्टी कांवरीया संघ ने अपनी पच्चीस वर्ष पुरा कर रजत जयंती मना रहा है इस रजत जयंती पर रथ पर सुसज्जित विशालकाय हनुमान जी कि प्रतीमा तथा कोलकाता से अघोरी नृत्य कलाकारो के साथ सैखोवाघाट से जल लेकर तिनसुकिया शिवधाम में सोमवार सुबह भगवान शिव को जलाभिषेक करेंगे । इस बार बोल-बम में झांकी में राष्ट्रभक्ती भी देखा गया। चुनाव आयोग की निशान को रथ पर सवार कर लोगों को जागरूक किया तथा वही जगह जगह धर्म प्रेमियों द्वारा कांवड़ियों को सेवा प्रदान किया जा रहा था। साफाखाटी ,शिवसागर गोलाघाट, सोनारी एवं असम के सटे सीमावर्ती क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश से भक्तों ब्रह्मपुत्र नदी से जल लेकर भगवान शिव को जलाभिषेक करने हेतु पैदल यात्रा के लिए निकल पड़ा है। सैखोवाघाट से जल भरकर कांवरिया सोमवार की सुबह तिनसुकिया के माकुम रोड स्थित शिवधाम में उपस्थित होंगे।जहा विधिवत पूजा पाठ करते हुये शिवलिंग पर जलाभिषेक करेंगे।मालूम हो की प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में बाबा के भक्त श्रद्धापूर्वक शिवधाम में जल चढ़ाते हैं।इस दौरान जो भी भक्त सच्चे मन से भोलेनाथ से कामना करते हैं, भगवान भोलेनाथ उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।