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दुमदुमा प्रेरणा भारती 18 अगस्त : विगत एक माह से आदीवासी छात्र संस्था (आसा) और चाय जनजाति छात्र संस्था (आट्सा) के बीच जन गोष्ठी की संज्ञा को लेकर विवाद काफी तूल पकड़ता नजर आ रहा है । कुछ दिन पूर्व लोक शिल्पी पद्मश्री दुलाल मानकी द्वारा जन गोष्ठी के प्रति अपना विचार देने के बाद दोनों संगठनों के बीच अपनी अपनी टिप्पणी से कड़वाहट फैल गई और विभिन्न समय पर सोशल मीडिया और सवांद के जरिए वाक् युद्ध देखने को मिला ।
उल्लेखनीय हैं कि 20 अगस्त को आसा नेता प्रदीप नाग दुमदुमा में एक सभा में शिरकत होने की जानकारी मिलने पर असम चाय जनजाति छात्र संस्था के तिनसुकिया जिला समिति ने प्रदीप नाग के दुमदुमा में प्रवेश निषिद्ध किए जाने के साथ आज सैकड़ों आट्सा नेता- कर्मी की उपस्थिति में प्रदीप नाग का पुतला जलाया। इससे पूर्व जिला के विभिन्न जगहों से आए आट्सा के नेता एवं कर्मी समवेत होकर दुमदुमा नगर खेल मैदान में आयोजित प्रतिवादी सभा में प्रदीप नाग के विरुद्ध विभिन्न नारेबाजी करते हुए अपना विरूद्ध जताया । आटसा के तिनसुकिया जिला समिति के सभापति जगत नायक ने 20 अगस्त को दुमदुमा प्रवेश करने पर स्थिति भयावह होने की हुंकार देते हुए इस संदर्भ में जिला प्रशासन को अवगत कराए जाने की जानकारी दी।