दुमदुमा प्रेरणा भारती 20 जून :– हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती हैं । दुमदुमा नगर के कोलियापानी नदी समीप सन 1958 में स्थापित भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी मंदिर प्रांगण में एक दिवसीय विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई । समिति के कोषाध्यक्ष रंजीत दास ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह छः बजे महाप्रभु का बाल्य भोग लगाया गया । इसके बाद मंदिर के पुजारी पंडित आशीष भट्टाचार्यजी ने पूछा अर्चना कर सुबह नौ बजे से हवन कर आहुति दी गई । दुमदुमा अंचल की विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा 12 घंटे का संकीर्तन सुबह 11 बजे से शुभारंभ किया गया । दोपहर 1.15 बजे से महाप्रभु का भोग निवेदन व महाप्रसाद भगवान को अर्पित किया गया तथा दो बजे से खिचड़ी का प्रसाद वितरण किया गया जो देर रात्रि तक निरंतर चलता रहा और हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया । दोपहर तीन बजे दुमदुमा के विधायक रुपेश ग्वाला ने रथयात्रा का शुभारंभ किया । फुलों से सुसज्जित रथ में भगवान जगन्नाथ ,उनकी बहन सुभद्रा एवं बड़े भाई बलराम विराजमान थे । रिमझिम बारिश के बीच भक्तों का उत्साह कोई कमी नहीं थी ।भक्तों द्वारा रथ खिंचकर दुमदुमा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए हांहचरा से वापस लौट कर मिलन मंदिर में भगवान ने विश्राम किया ।और 10 दिन विश्राम कर वापस अपने मंदिर में लौटते हैं और यथावृद्धि तथा स्थान में पूजा अर्चना होगी । ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त इस रथ को खींचता है उसे कई यज्ञों के समान पूण्य मिलता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है । इस आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजन करने में श्री श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुप नाहा , उपसभापति श्यामल पाल , सचिव अतुल सूत्रधर , सह सचिव रंजीत दास (पंडाल) , कोषाध्यक्ष रणजीत दास (टेलर), सलाहकार रवि नारायण परीदा , सदस्यगण जीतू दास , अनूप दास , बाबुल सूत्रधर , रंजीत सरकार , सुब्रतो भट्टाचार्जी , बाबुल घोष , राजू लोद , उत्पल पाल , टप्पू मिश्रा , सुनील सूत्रधार , पुजारी आशीष भट्टाचार्जी सहित सभी कार्यकर्ताओं ने जोर शोर के साथ अपना सहयोग किया ।
