नई दिल्लीःप्रगति मैदान टनल में एक डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी से गनपॉइंट पर लूटपाट करने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में मोटरसाइकिल सवार चार बदमाश चांदनी चौक स्थित ओमिया इंटरप्राइजेज के डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी की कैब को रोकते और दोनों से बंदूक के दम पर लगभग दो लाख रुपये नकदी से भरा बैग लूटते नजर आए थे। पिछले शनिवार को लूट की इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया था, तब दोनों नकद की आपूर्ति करने के लिए कैब से गुरुग्राम जा रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक फिल्मी अंदाज में की गई लूट की इस वारदात में पकड़े गए आरोपियों के अलावा और भी लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है और कहा जा रहा है कि बाइक पर सवार बदमाश फोन पर किसी के साथ लगातार संपर्क में थे और उन्हें फोन पर निर्देश मिल रहे थे। हालांकि इस मामले में आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा रहा है। इस मुद्दे पर आज दोपहर साढ़े 3 बजे दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और जानकारी देगी। पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान के बाद ही पता चलेगा कि लूट की वारदात को अंजाम देने के पीछे मास्टरमाइंड कौन है।
स्पेशल सीपी रविंद्र यादव ने बताया कि कुछ आरोपी अपने दोस्तों के साथ लूट का जश्न मनाने हरिद्वार चले गए थे। कुछ को वहां से पकड़ा, जबकि कुछ को दिल्ली से ही गिरफ्तार किया गया। आरोपी चांदनी चौक से ही कारोबारी का पीछा करते हुए आए थे। सभी बुराड़ी और उसके आसपास के इलाके के ही रहने वाले हैं और पेशेवर लुटेरे हैं। मामले में अभी और गिरफ्तारियां होनी हैं। क्योंकि, लूट बेशक चार लोगों ने की थी, लेकिन इनकी प्लानिंग में कई और लोग शामिल हैं। उनकी तलाश में भी छापेमारी जारी है।
बता दें, पुलिस ने मोटरसाइकिल सवार लुटेरों की पहचान के लिए पिछले 48 घंटे में 350 से अधिक सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। पुलिस अधिकारियों ने डिलीवरी एजेंट की कंपनी के कर्मचारियों, कंपनी के मालिक और दूसरे लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ की। इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने प्रगति मैदान सुरंग और उससे आगे जा रहे रास्ते पर लगे 350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली ताकि यह पता लगाया जा सके कि बदमाश लूट के बाद कौन से रास्ते पर गए थे।’