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बीजों के झुंड में जीएम बीज न हों शामिल।
देश, किसानों व पर्यावरणविदों को आश्वस्त करे केंद्र सरकार।
नई दिल्ली 13 अगस्त: देश के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री द्वारा 109 प्रकार की उच्च उपज देने वाली फसलों की किस्मों के जारी किये जाने का स्वागत किया है। किसान संघ के अनुसार, ये बीज आगे चलकर अपना कतृत्व दिखायेंगे और किसानों के लिए लाभकारी साबित होंगे।
हालांकि, किसान संघ के अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन बीजों के झुंड में जेनेटिक रूप से मॉडिफाइड (जीएम) बीज शामिल न हों। किसान संघ का मानना है कि जीएम बीज स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं और अभी तक कोई जीएम बीज वैज्ञानिक तौर-तरीके से भारत में नहीं आया है।
विदित हो कि भारतीय किसान संघ पूर्व से ही जी एम बीजों की मुखालफत करता रहा है। समय समय पर जीएम बीजों के खिलाफ अनेक आंदोलन भी किए हैं। वह हमेशा भारतीय स्वदेशी बीजों का पक्षधर रहा है।
किसान संघ ने प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से आग्रह किया है कि वे देश, किसानों और पर्यावरणविदों को आश्वस्त करें कि इन जारी 109 बीजों में कोई जीएम बीज नहीं है। एक प्रेस विज्ञप्ति में भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने उपरोक्त जानकारी प्रदान की।