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२५ जून शिलचर: परिसीमन के जरिए बराक घाटी की राजनीतिक सत्ता छीनने की साजिश के विरोध में बराक डेमोक्रेटिक फ्रंट ने ३० जून को बराक बंद का आह्वान किया था. आज एक आपात बैठक में बीडीएफ ने विभिन्न पार्टी संगठनों के परामर्श से इस बंद को २७ जून को आयोजित करने का निर्णय लिया।
बीडीएफ के मुख्य संयोजक प्रदीप दत्त राय ने कहा कि उन्हें विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी मिली है कि चुनाव आयोग ने पहले ही इस संबंध में अपनी गतिविधियां शुरू कर दी हैं और असम में अपना प्रतिनिधिमंडल भेजकर जनता की राय को प्रभावित करने के लिए कदम उठा रहा है। ऐसे में सभी राजनीतिक, गैर राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के अनुरोध और सुझाव के बाद इस प्रस्तावित बंद को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है और यह बंद ३० जून के बजाय २७ जून को सुबह ५ बजे से शाम ५ बजे तक बुलाया जा रहा है. . उन्होंने कहा कि उन्होंने नागरिक अधिकार संरक्षण संघ के अध्यक्ष और असम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तपोधीर भट्टाचार्य से भी चर्चा की है और वह भी सहमत हैं.
प्रदीप बाबू ने कहा कि हालांकि उनकी पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को आपत्ति पत्र भेजा जाएगा, लेकिन बराक की ४२ लाख जनता इस तरह से आपत्ति नहीं उठा सकती, इसलिए सभी आपत्तियों को एक साथ चुनाव आयोग तक पहुंचाने के लिए यह बंद बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि इस परिसीमन प्रस्ताव ने बराक को हिलाकर रख दिया है. यह हमारे अस्तित्व का संकट है. इसलिए, उन्होंने बराक के सभी लोगों से, चाहे वे किसी भी दल से हों, इस बंद को सफल बनाने और चुनाव आयोग और सरकार तक विरोध का संदेश पहुंचाने की अपील की.