कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में पहला मौका है, जब भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम ने कोई मेडल जीता है. फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया.
1930 से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई. पहले टूर्नामेंट से ही लॉन बॉल्स कॉमनवेल्थ का हिस्सा है, लेकिन भारतीय महिला टीम कभी इसमें कोई भी मेडल नहीं जीत सकी थी. 2010 में नई दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय पुरुष और महिला टीम पहली बार लॉन बॉल्स के लिए क्वालिफाई कर सकी थी.