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दुमदुमा प्रेरणा भारती 18 अगस्त : हिम्मत और जुनून के आगे पहाड़ जैसी मुश्किल कार्य भी अदना सा लगता है । हौंसला बुलंद हो तो आसमां में सुराख हो सकता है चाहे वह व्यक्ति अकेले ही अपना डगर अख्तियार क्यों ना किया हो। इन बातों को तस्दीक़ करने के जुनून और हौसला से लवरेज 57 वर्षीय धनय साह बिहार के छपरा जिला एक छोटे से गांव केनुआ के निवासी गत 29 मई 2023 को अपने रिक्शा से देश भ्रमण में नशा मुक्ति अभियान को लेकर जन मानस में जागरूकता लाने की मुहिम पर लोग कायल है । 29 मई को पटना से होते हुए 13 जुलाई को पश्चिम बंगाल में रिक्शा में तिरंगा झंडा फहराते हुए धनय की ओर बरबस ही ध्यान खींच लेता था । पश्चिम बंगाल का सफरनामा खत्म करते हुए गत 13 जुलाई को असम में प्रवेश किया और 11 अगस्त को दुमदुमा में पहुंचने पर उनके कई आत्मीय लोगों ने उनका स्वागत किया।
प्रेरणा भारती संवाददाता से बातचीत के दौरान धनय ने बताया कि इससे पूर्व भी कई बार भारत भ्रमण कर चुके हैं । सन 2022 में भी अकेले ही रिक्शा से भारत की राजधानी दिल्ली से होते हुए जम्मू कश्मीर और राजस्थान का भ्रमण किया था। सन 82 से फिल्मी स्टार धर्मेंद्र के दीवाने धनय साह को सन 2019 में भ्रमण के दौरान उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । लोगों के बीच नशा के विरुद्ध अलख जगाने के लिए रिक्शा से निकले भारत भ्रमण में कई बार दुर्घटना का भी सामना करना पड़ा। भारत भ्रमण के दौरान दुर्घटना के अलावा अन्य कई दुश्वारियों का सामना करना पड़ा । खाने-पीने , रहने की असुविधा और प्रतिकूल मौसम के अलावा कोरोना काल में वह बुरी तरह फंस गए थे। लोग इसके मुहिम को दीवाना या सनकी कहे किंतु धनय आलोचकों के इन बातों से सारोकार न रखते हुए अपनी मुश्किल सफर को अनवरत जारी रखे हुए हैं। इस बार असम अरुणाचल के भ्रमण के बाद अगले वर्ष अपने रिक्शा से अमरनाथ यात्रा करने की योजना बनाया रहा है।दुमदुमा में अपने विश्राम काल के दौरान दुमदुमा कोलियापानी स्थित हनुमान मंदिर पूजा कमेटी के सचिव मुन्द्रिका प्रसाद (मुन्ना), कीर्तन मंडली के सभापति कुशेश्वर पूरी ने धनय साह को सम्मानित कर कई उपहार भेंट किया ।