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काछाड़- बराक नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. सिलचर से सटे शालचपरा के तुकोग्राम में नदी के तटबंध के जीआई बैग बाढ़ में बह गए। तेज गति से पानी प्रवेश कर रहा है. बुधवार दोपहर करीब एक बजे बांध टूट गया और पानी की आवक शुरू हो गयी. कछार के कटिगारा और बाराखला विधानसभा क्षेत्रों के बीच स्थित शालचपरा तुकोग्राम में नदी का तटबंध टूटने से कई गांव पहले ही जलमग्न हो चुके हैं। श्रीकोना जीपी, शालचपरा सहित विभिन्न क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, नदी के कटाव के कारण इलाके के 4 गांवों के 15,000 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं और अलग-अलग जगहों पर शरण लिए हुए हैं. बांध टूटने के बाद तेज रफ्तार से बराक नदी का पानी घुसने से लोग 2022 की प्रलयंकारी बाढ़ को याद कर बेहद दहशत में दिन गुजार रहे हैं. फिलहाल पानी तेज गति से रिहायशी इलाके में प्रवेश कर रहा है, जिससे बड़े शालचापारा तुकरग्राम क्षेत्र के अगले कुछ घंटों में पूरी तरह से पानी में डूब जाने का डर है, जिससे स्थानीय लोगों में तीव्र उत्साह है.शिलचर शहर के विभिन्न स्कूलों में भी घरों में पानी भरने से राहत केंद्रों में शरण ले रहे हैं। धीरे धीरे नदियों में पानी भर रहा है लेकिन बुधवार सुबह से रात तक बरसात ना होने से कुछ बचाव हुआ है।