नई दिल्ली. संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर जारी सियासत के बीच पीएम मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना बेहद ही दुखद और चिंताजनक है. इसे लेकर वाद विवाद या प्रतिरोध की बजाय इसकी गहराई में जाने की जरूरत है.
एक समाचार पत्र को को दिये इंटरव्यू में पीएम मोदी ने संसद सुरक्षा चूक को लेकर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा “संसद में जो घटना हुई उसकी गंभीरता को जरा भी कम नहीं आंकना चाहिए. लोकसभा स्पीकर पूरी गंभीरता के साथ आवश्यक कदम उठा रहे हैं और इस मामले की जांच एजेंसियां सख्ती से जांच कर रही हैं. इसके पीछे कौन से तत्व हैं, उका क्या मंसूबे था, इसकी गहराई में जाना भी उतना ही जरूरी है. ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से सभी को बचना चाहिए और सभी को मिलकर एक मन से समाधान के रास्ते भी खोजने चाहिए.”
संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा रहा है. बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि “ऐसा क्यों हुआ? देश में मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. पीएम मोदी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और इसके इस घटना के पीछे की घटना बेरोजगारी और महंगाई है.”
2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर हुई एक घटना में दो अज्ञात व्यक्ति शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा के फर्श पर कूद गए और नारे लगाते हुए स्प्रे के जरिए धुआं फैला दिया. इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इन आरोपियों को सात दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा है. वहीं दिल्ली पुलिस ने ललित झा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने ललित झा को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.