शिमला. हिमाचल प्रदेश के सोलन के अर्की, शिमला के रामपुर और हमीरपुर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है. वहीं, कई स्थानों पर प्रदेश की लाइफलाइन सड़कें बंद हैं. चंडीगढ़-मनाली हाईवे 3 जगह पर बंद होने से बड़ी संख्या में सैलानी और आम लोगों की रात गाड़ियों में ही बीती है. बीते 24 घंटे में बारिश ने जमकर तांडव मचाया है. 24 घंटे में 3 लोगों की मौत हुई है, जबकि घर और गाड़ियों भी काफी नुकसान हुआ है.
राज्य आपदा प्रबंधन ने रविवार देर शाम को 24 घंटे में हुई बारिश की रिपोर्ट जारी की है. इस दौरान सूबे में करीब 2.5 करोड़ की संपत्ति को बारिश से नुकसान पहुंचा है. रिपोर्ट के अनुसार, बारिश की वजह से 3 लोगों की मौत हुई है. 13 घर गिर गए हैं. 12 वाहनों को नुकसान और 5 गौशालए, एक प्राइमरी स्कूल जमीदोज हो गया है. साथ ही 5 बकरियों की मौत और 16 लापता हैं. सोलन के अर्की में बादल फटने से 5 बकरियों की मौत और 16 लापता हैं.
हमीरपुर जिले के सुजानपुर में बादल फटा है. यहां पर एक शख्स की डूबने से मौत हो गई. कुल्लू के मोहल में नाले में पानी बढ़ने से साथ में पार्क 3 ट्रैक्टर और 5 गाड़ियां बह गई. चंबा के जोत मार्ग पर चुवाड़ी में 40 गाड़ियां फंसी हुई है. यहां पर सड़क मार्ग बंद है. बीते 72 घंटे में हमीरपुर में 1, सिरमौर-मंडी में 2-2 और चंबा में शख्स की मौत हुई है. चंबा के भरमौर में होली सड़क मार्ग पर खड़ामुख में एक कार नदी में गिरी है. कार में सवार लोगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ का 27 सदस्यीय दल खड़ामुख पहुंच गया है. स्थानीय लोगों, पर्वतारोहण, पुलिस व विद्युत परियोजना की टीमों द्वारा आज पूरा दिन चलाए गए खोज अभियान में कुछ भी हाथ नहीं लगा है. सोमवार को तलाश की जाएगी. बता दें कि हिमाचल में मॉनसून की एंट्री के 72 घंटे में 6 लोगों की मौत हुई है. इसमें डूबने, पहाड़ी से गिरने, सड़क हादसे और लैंडस्लाइड की वजह से जानें गई हैं.
रविवार शाम के समय मंडी जिला के चार मील, सात मील और खोतीनाला के पास भूस्खलन होने के कारण हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया. सबसे पहले खोतीनाला के पास बाढ़ आ गई और पानी हाईवे पर बने पुल के ऊपर से बहने लग गया. जितने में पानी का स्तर थोड़ा कम हुआ उतने में इसके पास ही पहाड़ी से पत्थर आ गिरे और हाईवे बंद हो गया.
वहीं, चार मील और सात मील के पास भी पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण हाईवे पूरी तरह से बंद है. फिलहाल, हिमाचल में अगले आने वाले दिनों में राहत के आसार नहीं हैं. मौसम विभाग ने बारिश का अनुमान जताया है. मंडी में दो दिन में 300 एमएम से ज्यादा पानी बरसा है. सबसे अधिक बारिश इसी जिले में हुई है.