सम पुलिस के सतर्कता और भ्रष्टाचर निरोधक निदेशालय ने राज्य जीएसटी कार्यालय की असिस्टेंट कमिश्नर मीनाक्षी काकती कलिता को रिश्वत के मामले में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया

सम पुलिस के सतर्कता और भ्रष्टाचर निरोधक निदेशालय ने राज्य जीएसटी कार्यालय की असिस्टेंट कमिश्नर मीनाक्षी काकती कलिता को रिश्वत के मामले में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कलिता ने 4,000 रुपए की घूस लेने की बात स्वीकार की थी। सर्च के दौरान टीम ने उनके घर से 65 लाख रुपये से ज्यादा की रकम बरामद की।असम पुलिस के सीपीआरओ राजीब सैकिया ने कहा कि निदेशालय में एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मीनाक्षी काकती कलिता ने जीएसटी ऑनलाइन फंक्शंस को फिर से सक्रिय करने के लिए शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की मांग की थी। राजीब सैकिया ने आगे बताया कि बाद में आरोपी सरकारी अधिकारी की ओर से रिश्वत की राशि को घटाकर 8 हजार रुपये कर दिया गया। मांगी की रिश्वत का भुगतान करने में अनिच्छुक शिकायतकर्ता ने लोक सेवक के खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई करने के लिए निदेशालय से संपर्क किया। इसके बाद कर भवन (असम के स्टेट जीएसटी के कमिश्नर कार्यालय) में एक ट्रैप लगाया गया। मीनाक्षी काकती कलिता ने शिकायतकर्ता से मांगी गई रिश्वत के हिस्से के रूप में 4 हजार रुपये ले लिए, इसके तुरंत बाद उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया गया। उनके कब्जे से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई और स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में उसे जब्त किया गया। राजीब सैकिया ने आगे कहा कि आरोपी लोक सेवक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर उसे असम के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय की टीम की ओर से गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) के तहत एसीबी पुलिस थाने में कलिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले में जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। दूसरी ओर विजिलेंस एंड एंटी करप्शन की टीम ने तलाशी के दौरान आरोपी के घर से 65,37,500 रुपये बरामद किए हैं।





















