59 Views
दिनांकः 14.09.2021 को पूर्वाह्न 11:30 बजे असम विश्वविद्यालय के हेमांग विश्वास सभागार में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया । विश्वविद्यालय के कुलपति , प्रो . दिलीप चंद्र नाथ इस समारोह के मुख्य अतिथि थे । कुलपति महोदय ने अपना उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदी हमारे देश की राजभाषा है । हिंदी का विकास , प्रचार और उन्नयन करना हम सभी का दायित्व है । उन्होंने कि हिंदी सरल भाषा है , इसका प्रयोग करना बहुत आसान है । उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि कार्यालय में राजभाषा के रूप में हिंदी को प्रतिष्ठित करना हम सभी का कर्तव्य है । इसके उपरान्त श्री पृथ्वीराज ग्वाला , हिन्दी अनुवादक ने विचार व्यक्त करते हुए हिन्दी की सांवैधानिक स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि हिन्दी के साथ भारत की सभी भाषाओं का विकास जुड़ा हुआ है । उन्होंने संविधान के 351 अनुच्छेद की चर्चा करते हुए कहा कि भारत सरकार के सभी कार्यालयों का दायित्व है कि अपने दैनिक कार्यों में हिन्दी का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए । डॉ . बी . के . सिंह , हिंदी प्राध्यापक ने हिंदी की वैश्विक स्थिति पर विचार – विमर्श करते हुए कहा कि अब हिंदी इंटरनेट पर भी तीसरी भाषा बन चुकी है । हिन्दी में हजारों पुस्तकें , ई – पत्रिकाएँ , ब्लॉग , पोर्टल उपलब्ध है और 175 से अधिक विश्वविद्यालयों में हिन्दी के अध्ययन , अध्यापन व अनुसंधान की व्यवस्था है । डॉ . सुरेन्द्र कुमार उपाध्याय , हिन्दी अधिकारी ने विश्वविद्यालय में संचालित राजभाषा संबंधी गतिविधियों की संक्षित रूपरेखा प्रस्तुत की । उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3 ( 3 ) का शत प्रतिशत अनुपालन किया जा रहा है । उन्होंने कुलपति महोदय और उपस्थित अधिकारियों , कर्मचारियों एवं छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया । श्री संतोष ग्वाला , हिन्दी टंकक ने पूरे कार्यक्रम की सुचारू व्यवस्था की । इस हिन्दी दिवस समारोह में बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित थे ।