तेहरान, 19 अप्रैल। इजराइल ने ईरान से कुछ दिन पुराना हिसाब-किताब बराबर करने के लिए एयर स्ट्राइक की है। ईरान के एयरपोर्ट पर तेज धमाके हुए हैं। इजराइल के मिसाइल हमले से ईरान बौखला गया है। उसने परमाणु हमले की तैयारी शुरू कर दी है । अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से ईरान की फारस न्यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में इजराइल के हमले की जानकारी दी है।
फारस न्यूज एजेंसी ने दावा किया है कि ईरान के शहर इसाफान के एयरपोर्ट में धमाके की आवाज सुनी गई है। हालांकि विस्फोट की वजह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि ईरान के कई परमाणु ठिकाने इसाफान प्रांत में ही स्थित हैं। इनमें ईरान का यूरेनियम संवर्धन का प्रमुख केंद्र भी है। रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के हवाई क्षेत्र में कई फ्लाइट्स के मार्ग बदले गए हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले ईरान ने इजराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। दरअसल ईरान के दमिश्क स्थित दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरान की सेना के दो शीर्ष कमांडर समेत सात लोगों की मौत हुई थी। ईरान ने हमले का आरोप इजराइल पर लगाया था। इसी हमले के जवाब में ईरान ने इजराइल पर हमला किया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर इजराइल ने हमला किया तो वह और ताकत के साथ पलटवार करेगा।
ईरान और इजराइल के बीच तनाव का यह मसला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी उठ चुका है। इजराइल ने मांग की थी ईरान की सेना को आतंकी संगठन घोषित किया जाए। इस पर ईरान ने अमेरिका से कहा था कि वह हम दोनों के बीच में न आए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों से अपील की थी कि वे शांति और संयम से काम लें। पश्चिम एशिया एक और युद्ध झेलने की स्थिति में नहीं है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दो इजरायली रक्षा अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि इजराइली सेना ने शुक्रवार तड़के ईरान पर हमला किया। यह पांच दिन पहले हुए हमले पर इजराइल की पहली सैन्य प्रतिक्रिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन ईरानी अधिकारियों ने पुष्टि की कि शुक्रवार तड़के मध्य ईरान के इसाफान शहर के पास सैन्य हवाई अड्डे पर हमला हुआ। मगर इन अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि हमला किस देश ने किया। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स से संबद्ध ईरानी समाचार एजेंसी फारस न्यूज ने कहा कि इस शहर के नागरिक हवाई अड्डे के पास विस्फोटों की आवाज सुनी गई। इजराइल की सेना ने इस घटनाक्रम पर आधिकारिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
सामरिक विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान और इजराइल के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग से टकराव बढ़ेगा। फारस न्यूज एजेंसी का कहना है कि ईरान के सेना प्रमुख मेजर जनरल अब्दुल रहीम मौसवी ने बुधवार को कहा था कि अगर हमला होता है देश चुप नहीं बैठेगा। अल जजीरा न्यूज चैनल के अनुसार हमले के बाद कई ईरानी शहरों में उड़ानें निलंबित कर दी गईं। सीरिया और इराक से भी विस्फोट की खबरें आ रही हैं। इजराइली हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के दो जनरल सहित 13 लोग मारे गए हैं। ईरान ने कहा है कि उसने तीन ड्रोन नष्ट कर दिए हैं।
इस बीच ईरान ने अपनी परमाणु नीति में संशोधन के संकेत दिए हैं। परमाणु सुरक्षा और सुरक्षा कोर के प्रमुख जनरल अहमद हक तलब ने आगाह किया कि ईरान के परमाणु केंद्रों पर तेल अवीव के हमले की स्थिति में तेहरान अपने परमाणु सिद्धांत और नीतियों को बदल सकता है और इजराइल की परमाणु सुविधाओं पर भी हमला कर सकता है। उन्होंने कहा कि तेहरान ने सभी इजराइली परमाणु केंद्रों की पहचान कर ली है। तेहरान टाइम्स के अनुसार तलब ने चेतावनी दी है कि इजराइल को “जैसे को तैसा” प्रतिशोध का सामना करना पड़ेगा।