गुवाहाटी, 13 जनवरी (श्रीप्रकाश)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि अधिक आमदनी वाले फसल लगाने तथा कृषि को अत्याधुनिक रूप देने के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही कृषि आयोग का गठन करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के कमर्शियल एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन को ध्यान में रखते हुए सरकार विभिन्न कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बीटीआर प्रशासन तथा केंद्र सरकार से नव धीरा क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर के एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट लाने की कोशिश में लगे हुए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने कॉलेज ऑफ एग्रोफोरेस्ट्री एंड बायोडायवर्सिटी, बंगाल फ्लोरीकन कंजर्वेशन रिसर्च एंड इको टूरिज्म की आधारशिला बाक्सा जिले के नव धीरा में रखी। वहीं, मुख्यमंत्री ने आज मनरेगा योजना के तहत नवनिर्मित 107 आंगनबाड़ी केंद्रों का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भूमि संरक्षण विभाग के धन एलॉटमेंट में बढोतरी करेंगे, ताकि चापागुड़ी विधानसभा क्षेत्र के नदियों द्वारा हो रहे ताकत कटाव को रोकने का प्रबंध किया जा सके।
मुख्यमंत्री आज जैव वैचित्र से भरपूर मनाह राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे। जहां उन्होंने एक गैर सरकारी संगठन तथा वन विभाग के पदाधिकारियों के साथ बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जैव वैचित्र को संरक्षित करने के लिए विशेष कार्य करने वाले लोगों को प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि असम के समृद्ध जैव वैचित्र के संरक्षण की दिशा में उनकी स्थिति हमेशा ही अडिग रहेगी।
उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर अपनी जैव वैचित्र को बरकरार रखने में जरुर सफल होंगे। सरकार स्थानीय लोगों की जीविका के साधन को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पर्यटन को मजबूती देने की चेष्टा कर रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार के मंत्री यूजी ब्रह्म, बीटीआर के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोड़ो तथा विधायक जयंत मल्ल बरुवा भी मौजूद थे।