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कैबिनेट बैठक से पता चला, सीडीएस रावत का निधन देश के लिए कितनी बड़ी क्षति

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एजेंसी संवाददाता नई दिल्ली, 9 दिसंबर: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से देश का हर शख्स उदास है। एक अजीब सा सन्नाटा है। इस मनहूस खबर के आने के बाद बुधवार शाम को जब पीएम आवास पर पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी की बैठक शुरू हुई तो हर चेहरा खामोश दिखा। चेहर के हावभाव बता रहे थे कि सीडीएस रावत का जाना देश और सरकार के लिए कितनी बड़ी क्षति है।

तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और कुछ अन्य रक्षा अधिकारियों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति (CCS) को इससे अवगत कराया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए। सीसीएस के सदस्यों को दुखद घटना के बारे में जानकारी दी गई।

सूत्रों ने बताया कि CCS मीटिंग में CDS रावत सहित सभी मृत लोगों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया।सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया। थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने भी रक्षा मंत्री को दुर्घटना और संबंधित मुद्दों के बारे में अवगत कराया। रक्षा मंत्री, रावत के आवास पहुंचे और उनकी बेटी से बात की।

सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया। थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने भी रक्षा मंत्री को दुर्घटना और संबंधित मुद्दों के बारे में अवगत कराया। रक्षा मंत्री, रावत के आवास पहुंचे और उनकी बेटी से बात की। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि हादसे की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं।

बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि सम्मान के तौर पर सरकार गुरुवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा करेगी। इस दौरान अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के चयन पर भी चर्चा हुई। भारतीय वायु सेना ने एक बयान में कहा, गहरे अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि यह पता चला है कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। जनरल रावत नीलगिरी हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में स्टाफ कोर्स के फैकल्टी और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए जा रहे थे।

हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से, एकमात्र जीवित, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ, का वर्तमान में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा और हवलदार सतपाल जनरल रावत के साथ यात्रा कर रहे थे। उनके अलावा, दो पायलट, एक ग्रुप कैप्टन और एक गनर दुर्भाग्यपूर्ण रूप से क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में सवार थे। सिंह अपनी पत्नी और सात कर्मचारियों के साथ सुबह 8:47 बजे कोयंबटूर के पास सुलूर आईएएफ बेस के लिए दिल्ली में एक उड़ान में सवार हुए थे।

वे सुबह 11:34 बजे सुलूर में उतरे। वहां से वे 11:48 बजे एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर में सवार हुए। दोपहर 12:22 बजे, वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) का हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया, जो कुन्नूर से लगभग 7 किमी दूर एक वन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सभी मृतकों के पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली लाए जाएंगे।

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