यशवंत पांडेय, शिलकुडी, 3 दिसंबर। पिछले कुछ दिनों से भारत में पेन कार्ड 2.0 चर्चा में है । परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) लंबे समय से भारत के फाइनेंशियल और एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम का आधार रहा है, जो लोगों और बिज़नेस को ज़रूरी इकोनॉमिक एक्टिविटी से जोड़ता है और फाइनेंशियल ट्रांसपेरेंसी और कम्प्लायंस को बढ़ावा देता है। डिजिटल इकॉनमी के एक मुख्य इनेबलर के तौर पर, PAN ज़रूरी सर्विसेज़ के लिए एक गेटवे बन गया है, जिससे यह रोज़मर्रा की ज़िंदगी में ज़रूरी हो गया है। यूज़र-फ्रेंडलीनेस बढ़ाने और टेक्नोलॉजी में तरक्की के साथ तालमेल बिठाने के लिए, कैबिनेट ने हाल ही में PAN 2.0 को मंज़ूरी दी है, जो यह फिर से तय करने की दिशा में एक कदम है कि PAN भारत के बदलते डिजिटल और फाइनेंशियल माहौल में कैसे काम करता है। आपको बता दें कि अगर आपका पेन कार्ड आधार से लिंक नहीं है तो , जल्द ही लिंक करवालें। इसके लिए किसीको कोई फीस देने की जरूर नहीं, आप घर बैठे भी परमानेंट अकाउंट नंबर की ऑफिसियल लिंक WWW.incometax.gov.in पर जाकर अपने पेन कार्ड को अपने आधार कार्ड से सहज तरीके से लिंक कर सकते है , लिंक करते ही आपको डाउनलोड का ऑप्शन आ जाएगा । और आपका PAN CARD 2.0 रेडी हो जाएगा ।





















