डिब्रूगढ़: अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय ने वियतनाम के सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय – वीएनयू-एचसीएम (यूआईटी) के कंप्यूटर विज्ञान संकाय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते पर औपचारिक रूप से पीएम-यूएसएचए (एमईआरयू) पहल के तहत हस्ताक्षर किए गए, जिसका प्रतिनिधित्व डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग की प्रमुख डॉ. नोमी बरुआ ने किया।
यह समझौता ज्ञापन छात्र विनिमय कार्यक्रमों, संकाय सहयोगों और शैक्षणिक नवाचार एवं वैश्विक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त अनुसंधान पहलों के माध्यम से कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में मजबूत सहयोग के लिए मंच तैयार करता है। इस साझेदारी से दोनों संस्थानों के विद्वानों को अंतःविषय अनुसंधान और सहयोगात्मक तकनीकी विकास में संलग्न होने के लिए विस्तारित अवसर प्रदान करने की भी उम्मीद है।
सहयोग पर बोलते हुए, डॉ. बरुआ ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह पहल विश्वविद्यालय के मज़बूत अंतरराष्ट्रीय संबंध स्थापित करने के दीर्घकालिक दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने आगे कहा कि यह समझौता “नए शैक्षणिक अवसर खोलेगा, सीमा पार ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा और छात्रों व शोधकर्ताओं के लिए वैश्विक पहुँच को बढ़ाएगा।”
यह साझेदारी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शोध उत्कृष्टता और सतत शैक्षणिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक साझा संस्थागत प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। दोनों विश्वविद्यालयों द्वारा आने वाले महीनों में कार्यान्वयन रणनीतियों की रूपरेखा तैयार करने की उम्मीद है, और आदान-प्रदान तथा शोध गतिविधियों को शीघ्र ही शुरू करने की योजना है।
यह नव स्थापित सहयोग डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि यह अपने वैश्विक शैक्षणिक प्रभाव का विस्तार करना और अग्रणी अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ दीर्घकालिक शैक्षणिक संबंध बनाना जारी रखे हुए है।
अर्नब शर्मा
डिब्रूगढ़





















