एम्स बीबीनगर के फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग ने 26 जुलाई 2024 को एम्स बीबीनगर के कार्यकारी निदेशक डॉ. विकास भाटिया और एम्स बीबीनगर के फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. प्रग्नेश परमार के नेतृत्व में ‘फोरेंसिक में सर्वोत्तम अभ्यास’ विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया।
पीजीआई चंडीगढ़ में विभागाध्यक्ष डॉ. योगेंद्र बंसल ने चंडीगढ़ में अत्याधुनिक शवगृह के विकास पर विस्तार से बताया। एसवीपी राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद के सहायक निदेशक डॉ. वाई. शिव प्रसाद ने अपराध स्थल की जांच में फोरेंसिक विज्ञान और चिकित्सा की भूमिका पर चर्चा की। एनएफएसयू, गांधीनगर के डॉ. अब्राहम ने फोरेंसिक ओडोंटोलॉजी में डिजिटल अवधारणाओं को कवर किया।
सभी फोरेंसिक विशेषज्ञों ने विभिन्न फोरेंसिक उप-विषयों के एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से भारत में वर्तमान फोरेंसिक सेवाओं को मजबूत करने पर गहन चर्चा की । भारतीय शवगृह सेवाओं और फोरेंसिक जांच को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि बड़े पैमाने पर आपदाओं, महामारी की स्थितियों और आतंकवादी हमलों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तत्परता सुनिश्चित की जा सके।