पहाड़ी जिला डिमा हसाउ में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) का मरम्मत कार्य पूरी तेजी से चल रहा है। मई के दूसरे सप्ताह के शुरुआत में भारी मूसलाधार बारिश और बड़ी संख्या में भूस्खलन के कारण लमडिंग मंडल के लमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड का लगभग 85 किमी रेलवे ट्रैक बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। इस खंड में 61 से अधिक स्थानों पर क्षति हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप पहाड़ी राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम के कुछ हिस्सों में रेल संपर्क बाधित हुआ था। कुल मिलाकर 46 स्थानों पर बहाली का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है और अन्य 15 महत्वपूर्ण स्थानों पर कार्य पूरी शक्ति के साथ चल रहा है।
पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने सोमवार को एक बयान में बताया कि मई मध्य के दौरान, डिमा हसाउ में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। माइबांग, माहूर, न्यू हाफलांग, जाटिंगा लामपुर, न्यू हारांगाजाओ और दामछड़ा जैसे स्थानों में मूसलाधार बारिश के परिणामस्वरूप भूस्खलन, तेज बाढ़ और बहाव के कारण व्यवधान उत्पन्न हुआ था। पूसीरे समग्र पहाड़ी खंड में 10 जुलाई तक ट्रेन सेवा पुनर्बहाल करने के उद्देश्य से तेजी से मरम्मत कार्य को कर रहा है। इस क्षेत्र में मौसम अभी भी प्रतिकूल है, लेकिन बारिश की तीव्रता कम हो गई है। ऐसे मौसम में भी रेलवे अधिकारियों की निगरानी में इस क्षेत्र में हजारों कामगार और सैकड़ों मशीनें दिन-रात कार्य कर रही हैं। बदरपुर से जाटिंगा लामपुर तक के पूरे खंड को पहले ही बहाल किया गया है।