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शिव कुमार शिलचर,6 जून: भोराखाई घुंघूर ग्राम पंचायत के अंतर्गत वार्ड नंबर 5 में आई भीषण बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश और आसपास के जलस्रोतों के उफान के चलते क्षेत्र में लगभग चालीस परिवार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।पूरा इलाका जलमग्न है, जिससे लोगों के घरों में पानी घुस चुका है और सड़कों पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। हालात इतने भयावह हैं कि यदि किसी व्यक्ति की तबीयत अचानक खराब हो जाए, तो उसे अस्पताल तक पहुंचाना भी एक बड़ी चुनौती बन चुका है।बाढ़ का असर केवल मकानों और रास्तों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि लोगों की आजीविका भी पूरी तरह से रुक गई है। दिहाड़ी मजदूरी, चाय बागानों और खेतों में काम करने वाले लोगों के लिए रोज़गार पूरी तरह बंद हो गया है। इस स्थिति में कई परिवार भोजन, पीने का पानी और ज़रूरी वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं।ऐसे संकट की घड़ी में स्थानीय समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने राहत कार्यों की बागडोर संभाली है। चातला मंडल अध्यक्ष मानव सिंह के विशेष प्रयासों से बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री का इंतजाम किया गया, जिसमें दाल, चावल, खाद्य तेल और नमक जैसी आवश्यक वस्तुएँ वितरित की गईं। इस नेक कार्य में बूथ अध्यक्ष नंदलाल गोड़ तथा नवनिर्वाचित ग्रुप सदस्य संजय बाक्ती ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने घर-घर जाकर जरूरतमंदों तक सामग्री पहुंचाई और उनका हालचाल लिया।स्थानीय निवासियों ने इस मानवीय पहल की भूरि-भूरि सराहना करते हुए सभी सहयोगकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया है। प्रभावित परिवारों का कहना है कि यदि ऐसे समय में कोई आगे न आता, तो उनके लिए गुजारा करना मुश्किल हो जाता। अब क्षेत्र के लोगों की प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा लिया जाए और स्थायी राहत व पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। बाढ़ प्रभावितों के लिए नाव, राहत शिविर, दवा, पीने के पानी, शौचालय तथा चिकित्सा सुविधा की तत्काल आवश्यकता है। यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या और भयावह रूप ले सकती है।





















