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वहशी, दरिंदों की शिकार बर्नी ब्रिज चाय बागान, हाइलाकांदी की 13 साल की मासूम बालिका की मौत से उत्तेजना, 2 गिरफ्तार
क्राइम ब्यूरो हाइलाकांदी 5 जुलाई: अभया चरण एम ई स्कूल मोहनपुर की 13 वर्षीय छात्रा जो बर्नी ब्रिज चाय बागान की रहने वाली है, उसे कुछ विधर्मी लोग 4 जुलाई को स्कूल से बहला-फुसलाकर ले गए, उसके साथ कुकर्म किया। रात में उसकी हालत खराब होने पर घरवाले मोहनपुर चौकी ले गए, वहां से लोकल हॉस्पिटल फिर सिविल हॉस्पिटल हाइलाकांदी फिर मेडिकल कॉलेज शिलचर लेकर पहुंचे किंतु रास्ते में ही लड़की के प्राण पखेरू उड़ गए । एक 13 साल की अबोध स्कूल छात्रा निर्मम, क्रूर, अत्याचारी, वहशी, दरिंदों का शिकार हो गई। उसका मृत और जर्जर शरीर मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया गया। गरीब परिवार वालों के सामने विलाप करने के सिवा कोई चारा नहीं है। आतातायी संपन्न परिवार के हैं, वे उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकते। घटना की सर्वत्र कड़ी निंदा हो रही है, पुलिस प्रशासन से अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करके कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला ने हाइलाकान्दी के एसपी से इस बारे में बात की, एसपी ने उन्हें त्वरित कार्रवाई के लिए आश्वासन दिया है।
प्राप्त विवरण के अनुसार बर्नी ब्रिज खासिया पूंजी निवासी जाबिर (24) और जुबाइर ( 24) बर्नी ब्रिज चाय बागान की री पदवीधारी कक्षा 8 की दो नाबालिग बालिकाओं को स्कूल से बहला-फुसलाकर नुनापानी के जंगल में अल्टो कार से ले गए। उनके साथ 3 लड़के और थे, इसमें दो बाइक से आए। नुनापानी के जंगल में टीले के ऊपर अनुमानित सुबह 10:00 -10:30 बजे जब वे लोग लड़की से कुकर्म कर रहे थे, लड़की चिल्ला रही थी। लड़की का चिल्लाना सुनकर उधर से गुजर रहे स्थानीय प्रहलाद रविदास जब टीले पर गए तो एक लड़की को वही छोड़कर बाकी लड़के एक लड़की को लेकर वहां से भाग गए। 2 लोग बाइक से भागे, 2 लड़के एक लड़की को लेकर कार से भागे। एक लड़का अपना कपड़ा और मोबाइल वही छोड़कर अंडर गारमेंट्स में ही वहां से भाग खड़ा हुआ। प्रहलाद रविदास ने बागान के चौकीदार को खबर दिया चौकीदार ने बीडीपी तथा असिस्टेंट मैनेजर महेश तिवारी को बुलाया। लड़की के ड्रेस के आधार पर वे लोग लड़की को लेकर अभयाचरण एम ई स्कूल गए, स्कूल के हेड टीचर ने लड़की के घर वालों को बुलाया। स्कूल के हेड टीचर का कहना था कि लड़की ने पेट खराब होने का बहाना बनाकर घर जाने के लिए छुट्टी ली थी। उन्होंने घरवालों को सूचित भी किया था। लड़के का मोबाइल स्कूल के हेड टीचर को सौंप दिया गया जबकि उसका कपड़ा बीडीपी के कब्जे में है। स्कूल से लड़की को उसके घर वालों को सौंप दिया गया।