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*शब्दाक्षर ने मनाई स्व.कन्हैयालाल सहल की जयंती*
कोलकाता/झुंझनू: राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था,राजस्थान प्रदेश समिति द्वारा स्व. कन्हैयालाल सहल की जयंती पर,नवलगढ़ के गायत्री विद्यापीठ परिसर मे कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार जांगिड ने की तथा मुख्य अतिथि समाजसेवी कैलाश चोटिया तो वहीं विशिष्ट अतिथि जगदीश प्रसाद जांगिड, रामावतार सबलानिया, सज्जन जोशी थे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्व.कन्हैयालाल सहल के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पण करके किया गया।
जगदीश प्रसाद जांगिड ने अपने उदबोधन में कहा कि स्व.रामकुमार सहल के छह पुत्रों को सरस्वती की असीम कृपा रही। उनके पुत्रों ने शिक्षा साहित्य समाजसेवा मे नवलगढ का नाम रोशन किया।स्व.कन्हैयालालजी सहल ने हिंदी व राजस्थानी भाषा में सैकड़ों पुस्तकें लिखी तथा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अथक प्रयास किया, साथ ही उन्होने राजस्थानी भाषा की लोकोक्तियों की सराहनीय व्याख्या की। गोष्ठी मे ओमप्रकाश सैनी, भवानी शंकर सैनी, रमाकांत सोनी, सुरेश कुमार जांगिड, नेमीचंद चोबदार, मुरली मनोहर चोबदार, पंकज शाह, अनिल बिरोलिया, सज्जन जोशी, रिद्धकरण बासोतिया ने कविताएं सुनाईं। राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने दूरभाष पर समिति को बधाई दी और कहा कि हमें सदैव ऐसी साहित्यिक विभूतियों को याद कर श्रदा सुमन अर्पित करने चाहिये। इस अवसर पर शब्दाक्षर के राष्ट्रीय संरक्षक व शेखावाटी के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ.दयाशंकर जांगिड की धर्मपत्नी सरोज जांगिड के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रदांजलि दी गई। कार्यक्रम मे टी.एम.त्रिपाठी, सुरेन्द्र ख्यालिया, ओमी पंडित अनु, महर्षि पुरणमल गोस्वामी आदि साहित्यानुरागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शब्दाक्षर झुंझनू के जिला अध्यक्ष कवि रमाकान्त सोनी ने किया।





















