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प्रेरणा संवाददाता, हाइलाकांदी २०जून:
कलागुरु विष्णुप्रसाद राभा के आदर्शों और दर्शन को ध्यान में रखते हुए हाइलाकांदी जिले में विविध कार्यक्रमों के माध्यम से राभा दिवस पूरे सम्मान के साथ मनाया गया। शुक्रवार को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस दिवस के इर्द-गिर्द शैक्षणिक, सांस्कृतिक और प्रचारात्मक गतिविधियों में छात्र, शिक्षक और आम लोगों ने भाग लिया।
राभा दिवस के अवसर पर जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों में सेमिनार, निबंध प्रतियोगिता, क्विज और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में कई छात्रों ने भाग लिया, जहां बिष्णु प्रसाद राभा के क्रांतिकारी विचारों, सांस्कृतिक योगदान और सामाजिक परिवर्तन में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
इसके अलावा बिष्णु प्रसाद राभा के गीतों और आवाज को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के विभिन्न हिस्सों में दो विशेष प्रचार वाहनों के जरिए रावहा संगीत का प्रचार-प्रसार किया। सुबह छह बजे से ही जनसंपर्क विभाग के माइक्रोफोनों ने पूरे हाइलाकांदी शहर में राभा गीतों को जोर-जोर से बजाया, जिससे शहरवासियों में अलग-अलग भावनाएं पैदा हुईं। गौरतलब है कि हाइलाकांदी शहर के उच्च शिक्षण संस्थानों में से एक एसएस कॉलेज में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में राज्य सरकार के मुख्य केंद्रीय कार्यक्रम का बड़े पर्दे पर सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक, प्रोफेसर, छात्र और संस्कृति प्रेमी मौजूद थे। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “कलाकार का जीवन दर्शन हमारे समाज के लिए मार्गदर्शक है। उन्हें याद करके हम अपनी नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़े रखना चाहते हैं।” राभा दिवस के अवसर पर इस तरह के चौतरफा आयोजन को आम लोगों के बीच भी भारी प्रतिक्रिया मिली है। शहर के विभिन्न हिस्सों में राभा गीतों को सुनकर आम लोग भावुक हो गए और कई लोगों ने कहा, “इस तरह का सांस्कृतिक माहौल हमारी परंपरा और गौरव को जीवित रखता है।”





















