शिमला. हिमाचल विधानसभा के स्पीकर कुलदीप पठानिया ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 कांग्रेस के एमएलए को अयोग्य करार दे दिया है. उन्हें पार्टी व्हिप के उल्लंघन का दोषी माना गया है. हिमाचल के इतिहास में पहली बार विधायकों पर ऐसी कार्रवाई की गई है.
स्पीकर श्री पठानिया ने कहा कि ये लोग आया राम, गया राम की राजनीति कर रहे हैं, जो नहीं होना चाहिए. इन लोगों ने स्वयं एंटी डिफेक्शन लॉ को न्योता दिया. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने विधायकों के निष्कासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधायकों की नाराजगी जायज है, फैसला हाईकमान को लेना है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अयोग्य विधायक हमारे ही होंगे. इस फैसले से हिमाचल की कांग्रेस सरकार गिरने का खतरा टल गया है. हिमाचल में कुल 68 विधायक हैं. इस फैसले के बाद कांग्रेस के पास अब 34 एमएलए बचे हैं. वहीं भाजपा के 25 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलीय हैं. अगर 3 निर्दलीय व भाजपा मिलते हैं तो भी 28 ही विधायक होगें. अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो कांग्रेस सरकार आसानी से बहुमत साबित कर लेगी. हालांकि अगर विक्रमादित्य व उनका खेमा बगावत करता है तो फिर सरकार खतरे में आ जाएगी.