
19 मई शिलचर : छात्र संगठन एड्सो की छोटा दुधपाटिल क्षेत्रीय समिति की पहल पर आज १९ मई को मातृभाषा शहीद दिवस को सम्मानपूर्वक मनाने का आह्वान करते हुए विचार गोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दिन कार्यक्रम की शुरुआत एड्सो के संगीत समूहों के उद्घाटन संगीत से हुई। इसके बाद क्षेत्र के प्रख्यात शिक्षक बादल चंद्र देव, बीरेंद्र दास, प्रतिष्ठित नागरिक सुबोध दास और हरलाल दास की अध्यक्षता वाली समिति के साथ एक चर्चा बैठक आयोजित की गई। बैठक के प्रारंभ में संस्था की क्षेत्रीय समिति सचिव शेफाली दास ने १९ मई का महत्व बताया। बैठक को क्षेत्र के प्रमुख शिक्षक बादल चंद्र देव, क्षेत्र के प्रमुख नागरिक वीरेंद्र दास ने संबोधित किया। तत्पश्चात चर्चा बैठक के विशेष वक्ता संगठन के जिला सचिव गौर चंद्र दास ने कहा कि इस वर्ष १९ मई को हमारी संस्था मातृभाषा आंदोलन के गौरवशाली दिवस को जिले भर में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से पूरे सम्मान के साथ मनायेगी. उन्होंने यह भी कहा कि १९ मई १९६१ को ११ शहीदों ने भाषाई आक्रामकता के खिलाफ अपने जीवन से संघर्ष की शुरुआत की थी. १९७२,१९८६ ,१९९६ में भी बराक घाटी में मातृभाषा के अधिकार की रक्षा के संघर्ष में शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी और यह संघर्ष आज भी जारी है। उग्रवादी-प्रांतीय ताकतें मातृभाषा के आत्मत्याग के अधिकार को छीनने की साजिशें करती रहती हैं। मातृभाषा के अधिकार को छीनने की साजिश के खिलाफ धर्म-भाषा-जाति की परवाह किए बिना एक संयुक्त प्रतिरोध आंदोलन बनाकर इस साजिश को रोकना संभव है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कल 19 मई को आत्मत्याग के बदले मातृभाषा के अधिकार की रक्षा की शपथ लेने का आग्रह किया। इसके बाद देशभक्ति संगीत व नृत्य से कार्यक्रम का समापन हुआ। इसके अलावा जिला कमेटी सदस्य आपन लाल दास, छोटा दूधपाटिल क्षेत्रीय कमेटी सदस्य ममता घोष, दीपक शुक्लबैद्य सहित अन्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।




















