सिवनी. एमपी के जबलपुर संभाग स्थित जिला सिवनी के ग्राम सहजपुरी धूमा लखनादौन जिला सिवनी में हुई हत्या की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. यहां पर राशिद रजा की पहली पत्नी सीमा बी ने अपनी सौतन मुस्कान कुरैशी की दो लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या कराई. पुलिस ने मामले में दो लाख रुपए की सुपारी लेने वाले दोनों आरोपियों को सरगर्मी से तलाश कर बंदी बना लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार ग्राम सहजपुरी लखनादौन जिला सिवनी में रहने राशिद रजा ने 28 मई ने मुस्कान कुरैशी से प्रेम विवाह किया था. मुस्कान से शादी करने की खबर जब राशिद रजा की पहली पत्नी सीमा बी को लगी तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाई. जिसके चलते राशिद ने मुस्कान को अलग से किराए के घर में रख लिया. दोनों पत्नियां राशिद रजा को अपने पास रखने के लिए झगड़ा करती रही. इस बीच राशिद की पहली पत्नी सीमा बी ने सौतन मुस्कान को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. सीमा ने सलमान पिता मकबूल खान व देवेन्द्र पिता गनेश प्रजापति निवासी पहाड़कोठी जिला पन्ना को बुलाकर मुस्कान की हत्या करने दो लाख रुपए की सुपारी दी, यहां तक कि 30 हजार रुपए एडवांस भी दिया. रुपए मिलने के बाद सलमान व देवेंद्र प्रजापति मोटर सायकिल से सहजपुरी आए और मुस्कान कुरैशी के मकान की रैकी की. इधर सीमा ने सब्जी में नींद की गालिया मिला दी, खाना खाने के बाद मुस्कान व साथ रह रही दोनो बच्चियां सो गई. सीमा का इशारा मिलते ही सलमान व देवेन्द्र प्रजापति घर के अंद आए और मुस्कान की गला घोंटकर हत्या की. इसके बाद मुस्कान की लाश को बोरी में भरकर बाइक में रखकर ले गए.
धूमा हाइवे के बाद दोनों आरोपियों ने बोरी से लाश निकालकर फेंक दी, ताकि जंगली जानवर खा जाए. इधर मुस्कान के अचानक लापता होने से राशिद रजा घबरा गया, उसने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन कहीं जानकारी नहीं मिली. पुलिस ने राशिद की रिपोर्ट पर गुम इंसान का मामला दर्ज कर लिया. कुछ दिन बाद धूमा के पास मुस्कान की क्षतविक्षत हालत में लाश मिली जिसपर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी. जांच के बाद पुलिस को मुस्कान के मोबाइल फोन की लोकेशन मिली, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने सलमान व देवेन्द्र प्रजापति को सरगर्मी से तलाश कर हिरासत मेें लेकर पूछताछ की तो उन्होने सुपारी लेकर हत्या करना स्वीकार लिया. मामले का खुलासा करने में निरीक्षक केपी धुर्वे थाना प्रभारी लखनादौन, एसआई डीएस अडमे, एसआई पूजा चौकसे, एएसआई गोविंद पटेल, एएसआई देवेन्द्र जैसवाल, आरक्षक धनेशवर यादव, अजय बघेल, अरविंद यादव, नवनीत पाण्डेय, सतीष ठाकुर एवं पुलिस स्टाफ की भूमिका रही.