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शिवकुमार शिलचर, 5 अगस्त: भोराखाई चाय बागान और इसके आस-पास के अंचल जैसे एनआईटी शिलचर प्वाइंट, शिलकुरी, धरमखाल, बाबूटीला और बुआलमरा में तीर और एंडिंग खेल एक गंभीर समस्या बन गई है। तीर एक प्रकार का जुआ है, जिसमें लोग पैसे की बाजी लगाते हैं। पान की दुकानों की आड़ में तीर के काउंटर खोलकर तीर का टिकट काटा जा रहा है, जिससे यह खेल आसानी से फैल गया है और गाँव में एक महामारी की तरह फैल रहा है।
हर सुबह से लेकर शाम तक, लोग तीर और एंडिंग खेल में व्यस्त रहते हैं, जिससे गाँव का सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है। इस खेल में युवा पीढ़ी के साथ-साथ छोटे बच्चे भी शामिल हो रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई और मानसिक विकास पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है और वे इस खेल में संलग्न होकर अपनी भविष्य की दिशा खोते जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, कच्ची शराब की दुकानें भी तेजी से बढ़ रही हैं। शराब के अत्यधिक सेवन के कारण इस साल गाँव के दो युवकों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन युवकों की मौत लीवर डैमेज के कारण हुई है, जो शराब के अत्यधिक सेवन से उत्पन्न हुआ। शराब की बिक्री और सेवन की यह समस्या सुबह से लेकर रात 11 बजे तक जारी रहती है, जिससे गाँव की सामाजिक स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
यदि इस स्थिति पर शीघ्र और प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो युवा पीढ़ी और बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। यह आवश्यक है कि इस समस्या को हल करने के लिए ठोस और जल्दी कदम उठाए जाएँ ताकि गाँव की सामाजिक संरचना, बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य को सुरक्षित रखा जा सके।