गुवाहाटी, 13 अगस्त। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज दिसपुर के लोक सेवा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पांच कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) स्टेशनों के वाणिज्यिक संचालन का वर्चुअल उद्घाटन किया।
गौरतलब है कि पूर्व भारती गैस प्राइवेट लिमिटेड, जो असम गैस कंपनी लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड और गेल गैस लिमिटेड की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है, ने उलुबारी, सोनापुर, लालमाटी, काहिलीपारा और आज़ारा में सीएनजी स्टेशन विकसित किए हैं। स्टेशनों के नाम हैं कोको (कंपनी के स्वामित्व वाली कंपनी संचालित) सीएनजी स्टेशन, उलुबारी, एचपी सोनापुर, सोनापुर, एचकेएस सर्विस स्टेशन, लालमाटी, बुंगरंग सर्विस स्टेशन, काहिलीपारा तथा रमानी सर्विस स्टेशन, आज़रा।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि हरित गुवाहाटी की दिशा में उठाए गए कदमों की श्रृंखला के तहत, राज्य में पांच नए सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन, ग्रीन एनर्जी के बड़े पैमाने पर उपयोग को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को बल देगा। उन्होंने यह भी कहा कि जीवाश्म ईंधन के उपयोग को समाप्त करने और अक्षय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ाने की सरकार की नीति के तहत, ये सीएनजी स्टेशन कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और लोगों को हरित पर्यावरण प्रदान करने में संभावित रूप से सहायक साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्घाटन के साथ ही कामरूप मेट्रो और कामरूप जिले में सेवारत सीएनजी स्टेशनों की कुल संख्या सात हो गई है। आठ और सीएनजी स्टेशन अपने पूरा होने के अंतिम चरण में हैं। 15 और का काम प्रगति पर है। बराक घाटी में तीन सीएनजी स्टेशनों का काम पूरा हो चुका है। दो और अपने पूरा होने के विभिन्न चरणों में हैं। इस प्रकार, असम में 38 सीएनजी स्टेशन होंगे और निकट भविष्य में संख्या बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा, तीन हजार मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के पूरा होने के विभिन्न चरणों के साथ, असम अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हरित और नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने में एक आदर्श बदलाव लाने के लिए तैयार है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती के साथ, राज्य सरकार अधिक सीएनजी स्टेशनों और सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों के लिए बुनियादी ढांचा बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि गैस की आपूर्ति के लिए उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए घरेलू पाइप्ड प्राकृतिक गैस योजना के तहत गैस ग्रिड बिछाने का काम जोरों पर चल रहा है। इस अवसर पर उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम मंत्री बिमल बोरा, एएसटीसी मिशन के अध्यक्ष रंजन दास, पूर्व भारती गैस प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ मनोज कुमार बरुवा और अन्य उपस्थित थे।





















