प्रेरणा भारती, उधारबंद, 6 जून:
प्राकृतिक आपदा की चुनौती के बावजूद, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उधरबंद ग्राम पंचायत क्षेत्र के खाशपुर-शालगंगा VIP सड़क के डिवाइडर और काशीपुर मंडल कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उधरबंद ग्राम पंचायत कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पंचायत अधिकारी अरविंद डेका, पंचायत सदस्य राजश्री सेन, अमित देव, दुर्गा चौधरी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर ‘आज के प्रजन्म थियेटर ग्रुप’ ने “नदी की बीमारी” नामक एक सामाजिक सरोकार से जुड़ा नाटक मुक्त मंच पर प्रस्तुत किया, जिसने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
खाशपुर-शालगंगा सड़क के दोनों किनारों और डिवाइडर पर वृक्षारोपण किया गया। इस अभियान में उधरबंद के विधायक मिहिर कांति सोम, मंडल अध्यक्ष उमा शंकर भट्टाचार्य, उपाध्यक्ष निर्मल कुमार राय, सामान्य सचिव स्वरूप दत्ता, जिला परिषद सदस्य रोहित सिंह, शालगंगा पंचायत की दीप्ति शुक्लबैद्य कुम्भा, क्षेत्रीय सदस्य सुमन केवट, दीप्तिका कुर्मी, पाटीछड़ा की रिंकी कर्मकार सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग शामिल हुए।
काशीपुर मंडल कार्यालय में भी वृक्षारोपण हुआ, जिसमें जिला उपाध्यक्ष प्रसेनजीत भट्टाचार्य, मंडल सामान्य सचिव रत्नदीप दास, सचिव नरेन सिंह, सोशल मीडिया संयोजक नव कुमार सिंह, आईटी सेल प्रभारी नंद बाबू सिंह, कोषाध्यक्ष माधव घोष, वरिष्ठ कार्यकर्ता विश्वजीत राय और अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।
इन तीनों स्थानों में कुल मिलाकर लगभग एक हज़ार पौधे लगाए गए।
इस मौके पर विधायक मिहिर कांति सोम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा—
“वृक्षारोपण केवल एक दिन का उत्सव नहीं होना चाहिए। यह एक सतत प्रक्रिया होनी चाहिए। पेड़ ही हमारे जीवन की असली ऊर्जा हैं, क्योंकि इन्हीं से हमें प्राणवायु (ऑक्सीजन) मिलती है। यदि पेड़ नहीं रहेंगे, तो जीवन का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा। आइए हम सब संकल्प लें कि हर दिन कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएंगे। यही सच्ची पर्यावरण सेवा है।”





















