राजू दास | 20 जून | शिलचर
शुक्रवार को यूनिफाइड फोरम फॉर बराक वैली डेवलपमेंट (UFBD) की चार सदस्यीय प्रतिनिधि टीम ने सिलचर के सोनाई रोड स्थित कार्यालय में NHIDCL के जनरल मैनेजर से मुलाकात की। चर्चा का मुख्य विषय था — शिलचर-कलाइन वैकल्पिक सड़क मार्ग पर हरांग पुल के ढहने के बाद उत्पन्न संपर्क विघटन और काठीगोड़ा गैमन पुल के निर्माण कार्य की प्रगति।
21 मई को NHIDCL द्वारा बताया गया था कि 22 मई से गैमन पुल की मरम्मत का कार्य तेज़ी से शुरू किया गया है। असम PWD विभाग द्वारा हरांग पुल के पास वैकल्पिक सड़क बनाए जाने के कारण यह कार्य संभव हो सका। उस समय अनुमानित समयसीमा लगभग दो माह निर्धारित थी।
हालाकी बैठक में NHIDCL ने सूचित किया कि नई समयसीमा 42 दिनों की तय की गई है, जिसके अनुसार 30 जून 2025 तक कार्य पूरा होने की संभावना। UFBD की टीम ने कार्य समय पर पूर्ण करने का आग्रह किया।
समीक्षा में पता चला कि गैमन पुल के चार गैप स्लैब के मरम्मत का कार्य प्रस्तावित है, जिनमें से दो कार्य पूर्ण हो चुके हैं और शेष दो कार्य प्रगति में हैं। प्रतिनिधि मंडल का मत था कि यदि अस्थायी गार्डर ब्रिज बनाकर चारों कार्य एकसाथ किए जाते, तो समय की बचत होती।
साथ ही, हरांग पुल का पुनर्निर्माण भी NHIDCL के ही अधीन है। उन्होंने जानकारी दी कि 40 मीटर स्पैन वाला एक बेली ब्रिज बनवाने के आदेश दिए जा चुके हैं और उसके आते ही असेंबली और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। असम PWD पहले से ही ढहे हुए पुराने पुल को हटाने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। GM ने भरोसा दिलाया कि हरांग पुल का कार्य गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
UFBD के संयोजक अनिर्बाण भौमिक ने कहा—
वर्तमान संकट से उबरने का पहला कदम है गैमन पुल को शीघ्र चालू करना। हम प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से सक्रिय सहयोग की अपेक्षा रखते हैं, और आशा करते हैं कि गैमन और हरांग दोनों पुल ही समयबद्ध और उच्च गुणवत्ता के साथ पुनर्निर्मित होंगे।
इस अवसर पर संगठन की ओर से प्रसेंजित राय चौधुरी, रामानुज भट्टाचार्य, कृषानु भट्टाचार्य सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।





















