नई दिल्लीः मयूर विहार निवासी लड़की से शकरपुर के विकास मार्ग पर बाइक सवार बदमाशों ने चलते ऑटो से बैग झपटा। लैपटॉप, गोल्ड की ईयरिंग, घर की चाबियां, एयरपॉड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड के अलावा पहचान के कई दस्तावेज बैग में थे। फोन से एयरपॉड कनेक्ट थे, जिससे बैग की लोकेशन मिल रही थी। जांच अधिकारी को लोकेशन बताई, जो गाजियाबाद के लोनी की थी। सिविल ड्रेस में दो पुलिसवालों के साथ रात में लड़की को लोनी भेज दिया। वहां एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने घेर लिया। पुलिसवाले और लड़की बमुश्किल बच कर आए। बदमाश अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
क्या है पूरी घटना जानिए
तान्या (24) मयूर विहार इलाके में रहती हैं। एक नामी कंपनी में जॉब करती हैं। वह 21 अगस्त दोपहर को प्रीत विहार में घड़ी लेने गई। इसके बाद दोपहर 1:15 बजे ऑटो से लक्ष्मी नगर से ITO के लिए निकलीं। कुछ दूरी पर बाइक सवार दो युवक करीब आए। पीछे बैठे लड़के ने हाथ से बैग छीन लिया, जो बाइक लेकर पुश्ता रोड की तरफ भाग गए। पीड़िता का दावा है कि हार्ड ड्राइव और लैपटॉप में इंडियन नेवी और नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के गोपनीय डेटा थे।पीड़िता ने विडियो में दावा किया है कि फोन पर बैग की लोकेशन 21 अगस्त की शाम 6:30 बजे लोनी की मिली। जांच अधिकारी SI अनुभव ने सिपाही वेद प्रकाश त्यागी और राहुल राजा के साथ लोनी भेजा, जिसका उन्होंने विरोध भी किया। जांच अधिकारी ने दोनों पुलिसकर्मियों को पर्याप्त बताया। रात करीब 8:30 बजे लोनी के रामेश्वर पार्क पहुंचने पर सिपाही वेद प्रकाश गली के बाहर गाड़ी में बैठे रहे, जबकि कॉन्स्टेबल राहुल राज पीड़िता के साथ मकान तक पहुंचे। वहां उन्हें 10-12 लोगों ने घेर लिया।
रेड मारने गए और जान पर बन आई
पीड़िता का दावा है कि रेड के बजाय जान बचाकर वहां से लौटना पड़ा। अगले दिन भी लोकेशन वहीं थी, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया गया। नतीजतन 22 अगस्त शाम 6:30 लोकेशन बागपत पहुंच गई। रात 9:30 बजे एयरपोड री-सेट कर दिए तो लोकेशन मिलनी बंद हो गई। पुलिस वालों ने रात को CCTV फुटेज दिखाए। बदमाशों की पहचान कर ली। पुलिसवालों ने बताया कि ये दोनों पहले भी एरिया वारदात कर चुके हैं। पीड़िता आला अफसरों से भी मिल चुकी है, लेकिन बदमाश अब भी फरार हैं।