अहमदाबाद में जगमगाएंगे 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स
• अहमदाबाद ने जीती होस्ट सिटी की मान्यता
• भारत ने नाइजीरिया की मजबूत दावेदारी को पछाड़ा
–रत्नज्योति दत्ता–नई दिल्ली, 26 नवंबर — कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के अध्यक्ष डोनाल्ड रुकारे ने बुधवार को घोषणा की कि भारत 2030 के शताब्दी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा और गुजरात की राजधानी अहमदाबाद को आधिकारिक रूप से होस्ट सिटी की मंजूरी मिल गई है।
ग्लासगो में कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेंबली ने बैठक कर इस फैसले को औपचारिक रूप से मंज़ूरी दी और कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स आंदोलन के लिए एक नया मील का पत्थर स्थापित किया।

रुकारे ने कहा कि 2030 के ये खेल “कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के नए स्वर्ण युग की शुरुआत करेंगे।” उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत बड़ा पैमाना, युवा ऊर्जा, समृद्ध संस्कृति और सशक्त खेल-जुनून के साथ गेम्स को नई ऊंचाई देगा। रुकारे ने यह भी बताया कि कई देशों ने 2034 के गेम्स की मेजबानी में दिलचस्पी दिखाई है।भारत को यह जिम्मेदारी मिलने पर “बेहद सम्मानित” महसूस हो रहा है, कहा पी. टी. उषा ने, जो कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष हैं।
उषा ने कहा कि 2030 के गेम्स न केवल कॉमनवेल्थ आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ का उत्सव मनाएंगे, बल्कि अगले सौ वर्षों की नींव भी रखेंगे।व उन्होंने आगे कहा कि ये गेम्स कॉमनवेल्थ के एथलीटों, लोगों और संस्कृतियों को “मित्रता और प्रगति की भावना” में एकजुट करेंगे।अहमदाबाद केंद्रित भारत की दृष्टि-योजना ने नाइजीरिया की मजबूत दावेदारी को पछाड़कर जीत दर्ज की। कुल पाँच देशों ने इस शताब्दी संस्करण की मेजबानी की इच्छा जताई थी।
घोषणा के तुरंत बाद 20 गरबा नर्तक और 30 ढोल वादक जनरल असेंबली हॉल में पहुँचे और रंगारंग प्रस्तुति देकर गुजरात की परंपरा और ऊर्जा की झलक दिखाई, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स ने एक बयान में कहा। कनाडा के हैमिल्टन ने 1930 में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी।
ऑस्ट्रेलिया ने 2022 के बर्मिंघम गेम्स में सबसे अधिक पदक जीते, और उसके बाद इंग्लैंड, कनाडा, भारत और न्यूजीलैंड का स्थान रहा।





















