काछार जिले के काठीघोड़ा में एक बार फिर पूर्त विभाग के सड़क निर्माण कार्य की অनियमितता सामने आई है। एक तरफ जहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा है, वहीं दूसरी ओर नई बनी सड़क का ब्लैकटॉप हाथ से उखड़ जा रहा है।
कुछ दिन पहले ही काठीघोड़ा–हरिनगर रोड से कातिराइल को जोड़ने वाले मैनारपार पूর্ত सड़क पर निम्नমান की सामग्री इस्तेमाल होने की खबर न्यूज़ लाइव बंगला पर प्रसारित हुई थी। उस घटना का सप्ताह भी पूरा না होने से पहले ही काठीघोड़ा में फिर ऐसे ही অनियमितता का खुलासा हुआ है।
इस बार काठीघोड़ा के सेवती इलाके में सड़क पर बिछाई गई सेमी-डेंस बिटुमिनस कंक्रीट (SDBC) केवल दो दिनों में ही उखड़ने लगी। स्थानीय लोगों ने हाथ लगाकर ही ब्लैकटॉप की परत को आसानी से निकलते देखा, जिसके बाद इलाके में आक्रोश फैल गया।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि—
- सड़क को ठीक से साफ किए बिना ही बिटुमिन बिछाया गया,
- पर्याप्त मात्रा में बिटुमिन का उपयोग नहीं किया गया,
- रात के अंधेरे में ग्रामीण सड़क पर घटिया गुणवत्ता का काम किया जा रहा है।
यह सड़क मुख्यमंत्री के पक्कीपथ योजना के अंतर्गत शिलचर-जयंतिया रोड से कालाइन-शिलचर मार्ग के बीच वांगारपार संपर्क खंड पर बनाई जा रही है। लेकिन कुछ ही दिनों में परत उखड़ जाने से लोग सवाल उठा रहे हैं कि लाखों रुपये खर्च कर बनाई गई सड़क यदि दो दिन भी नहीं टिकती, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
स्थिति बिगड़ने पर नाराज़ स्थानीय निवासियों ने आज सड़क निर्माण कार्य रोकने और जांच की मांग की है। नागरिकों का कहना है कि जब तक जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित नहीं किया जाता, तब तक वे सड़क कार्य नहीं होने देंगे।
यह घटना एक बार फिर विभागीय निगरानी और ठेकेदारों की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है।





















