स्थानीय लोगों ने NHAI–NHIDCL के खिलाफ उठाई आवाज
शिलचर, 28 नवंबर: शिलचर रामनगर स्थित ISBT के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग क्षेत्र में NHIDCL के तहत ठेकेदार द्वारा बनाई जा रही नाली (ड्रेन) के निम्न गुणवत्ता वाले निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में तीव्र रोष দেখা गया है। लोगों का कहना है कि वर्तमान सरकार तेज गति से सड़क एवं जल निकासी व्यवस्था को सुधारने के लिए जो पहल कर रही है, वह सराहनीय। विशेषकर असम के मुख्यमंत्री के प्रयासों की उन्होंने प्रशंसा की। लेकिन ठेकेदार द्वारा किए जा रहे घटिया निर्माण कार्य ने उन्हें गंभीर रूप से चिंतित कर दिया है।
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि नाली निर्माण में छोटे आकार के सरिया, कम मात्रा में सीमेंट तथा निम्न गुणवत्ता की बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके चलते कई हिस्सों में पहले ही दरारें पड़ने लगी हैं और जगह–जगह प्लास्टर उखड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि नाली में जल निकासी के लिए आवश्यक ढाल (स्लोप) ठीक से नहीं दिया गया है, जिससे आने वाले बरसात में जलजमाव की समस्या और भी बढ़ सकती है।
लोगों का कहना है कि शहर के अन्य हिस्सों में निर्माण एजेंसियों ने गुणवत्तापूर्ण नाली निर्माण का कार्य किया है, जबकि रामनगर क्षेत्र में हो रहा काम सवालों के घेरे में है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि NHIDCL के अधिकारी जल्द क्षेत्र का निरीक्षण कर निर्माण की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए तत्काल कदम उठाएंगे। अन्यथा स्थानीय लोग सामूहिक आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।
स्थानीय निवासियों ने यह भी बताया कि शिलचर के सांसद परिमल शुक्लवैद्य पहले ही सोंनाई रोड और रामनगर क्षेत्र का निरीक्षण कर चुके हैं और विभागीय अधिकारियों को निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए थे। इस पहल के लिए स्थानीय लोगों ने सांसद को धन्यवाद दिया।
इस दौरान स्थानीय नागरिकों की ओर से निखिल पाल, अलहाज जलाल उद्दीन बड़भूइयां, जावेद हुसैन बड़भूइयां, कपिल साहनी, ताज उद्दीन लस्कर और जुबैर हुसैन बड़भुइया मौजूद थे।
लोगों ने प्रशासन से भी त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि आगामी वर्षा में जलजमाव और जनता की परेशानी से बचा जा सके।





















