जमशेदपुर. जमशेदपुर की 39 वर्षीया ज्योति अग्रवाल की बीते शुक्रवार को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने उनके कारोबारी पति रवि अग्रवाल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. रवि अग्रवाल ने इसके लिए 16 लाख रुपए की सुपारी पर शूटरों को हायर किया था. उन्हें तीन लाख रुपए बतौर एडवांस दिए गए थे और बाकी रकम हत्या के बाद दी जानी थी.
सरायकेला जिले की पुलिस ने सोमवार को पूरे मामले का खुलासा किया. रवि ने साजिश का प्लॉट इस तरह रचा था कि पुलिस सहित सभी को ऐसा लगे कि रंगदारी की रकम नहीं देने की वजह से आपराधिक गिरोह ने उसकी पत्नी की हत्या की है. शुरुआत में ऐसी ही खबर फैली तो व्यावसायिक संगठन उद्वेलित हो उठे थे.
रवि अग्रवाल के प्लान के मुताबिक वारदात सरायकेला जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के एनएच-33 के किनारे शुक्रवार की रात अंजाम दी गई थी. रवि अग्रवाल अपने दोनों बच्चों एवं पत्नी के साथ पंजाब होटल में डिनर करने गए थे. वहां से लौटते वक्त उन्होंने वोमिटिंग करने के बहाने हाईवे के किनारे कार रोकी. इसी वक्त हायर किए गए शूटर मुकेश मिश्रा, पंकज कुमार साहनी, रोहित कुमार दुबे मौके पर पहुंचे और ज्योति अग्रवाल के सिर पर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी.
सरायकेला एसपी मनीष टोप्पो ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मृतका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखित आवेदन दिया था. इसमें उन्होंने अपने दामाद यानी मृतका के पति रवि अग्रवाल के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था. इसकी जांच के लिए चांडिल एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई, जिसने 72 घंटे के अंदर वारदात का खुलासा करते हुए रवि अग्रवाल सहित तीनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने इनके पास से एक लोडेड देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, एक स्विफ्ट कार और कई एंड्रॉयड फोन बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक रवि अग्रवाल और उनकी पत्नी के बीच लंबे समय से किचकिच चल रही थी. वह कम से कम तीन बार उसकी हत्या का प्रयास कर चुका था.