Home अन्य सम सामयिक लेख

सम सामयिक लेख

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हां मैं अनपढ़ हूंहां, मैं अनपढ़ हूं                                   ...

लंबा और कठिन संघर्ष भारतीयों ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्ती हेतू किया- डॉ. मोहनराव भागवत ...

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आनेवाले 15 अगस्त को अपने भारत के स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होंगेl स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के निमित्त समारंभ पहले ही शुरू हुए...

संकल्प से सिद्धि के आठ साल

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नई दिल्ली:जीवन में जब हम बड़े लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ते हैं, तो कई बार ये देखना भी जरूरी होता है कि हम चले...

हिन्दी से दूर जाती कांग्रेस -आर.के. सिन्हा

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देश के आठ पूर्वोतर राज्यों के सभी स्कूलों के दसवीं कक्षा तक में पढ़ने वाले बच्चों को हिन्दी अनिवार्य रूप से पढ़ाने पर वहां...

सतुआन अर्थात सतुआ संक्रांति का महत्व

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भारत में संक्रांति का पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है. किसी भी माह की सूर्य संक्रांति के दिन किया गया दान...

दिवस मनाने से नहीं मातृभाषा का उपयोग करने से होगी मातृभाषा की रक्षा- शशिकांत...

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अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा सुरक्षा दिवस पर विशेष दिवस मनाने से नहीं मातृभाषा का उपयोग करने से होगी मातृभाषा की रक्षा- शशिकांत चौथाईवाले प्रति वर्ष विश्व में २१...

वर्ष 2021 : असम में नए राजनीतिक युग का आगाज़

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वर्ष 2021 : असम में नए राजनीतिक युग का आगाज़ गुवाहाटी, 31 दिसंबर (श्रीप्रकाश)। वैसे तो बीते वर्ष 2021 को कोरोना महामारी की चपेट में...

मतांतरित जनजाति वर्ग को अनुसूचित जनजातियों की सूची से बाहर किया जाए- विहिप

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भारत में हिंदू समाज हमेशा से अपनी सुविधा, आवश्यकता व परंपरा के अनुसार नगरों, ग्रामों या वनों में रहता रहा है। भारत की आध्यात्मिक...

काशी यात्रा- ‘कौन सो संकट’ – डाक्टर श्रीधर द्विवेदी

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बनारस मेरी बहुत बड़ी दुर्बलता है। मेरा श्रेय - प्रेय , पथ - पाथेय बहुत कुछ है। वहां जाने का कोई भी अवसर मिले...

सज्जन रे झूठ मत बोलो ,खुदा के पास जाना है ( लेख)

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वास्तव में पुराने फिल्मी गाने पटकथा तथा विषय पर आधारित होते थे जिसका अर्थ सपष्ट होता था,, सज्जन रे झूठ मत बोलो खुदा के...