79 Views
दुमदुमा , 28 सितंबर प्रेरणा भारती 25 और 26 सितंबर को दुमदुमा के दिलेश्वर तांती समन्वय क्षेत्र ( दुमदुमा सार्वजनिक खेल मैदान ) में आयोजित 21वां केंद्रीय करम सम्मेलन विभिन्न कार्यक्रमों के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। कार्यक्रमों की अध्यक्षता स्वागत समिति के अध्यक्ष व दुमदुमा विधायक रूपेश ग्वाला ने किया। प्रथम दिवसीय कार्यक्रम में एक विशाल सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गई जिसमें विभिन्न जाति समुदाय के लोगों ने भाग लिया। मालुम हो की करम भाद्रपद शुक्ल एकादशी को मनाया जाता है। विषेश कर झारखंड बिहार छत्तीसगढ़ उड़ीसा बंगाल असम में मनाया जाता है। करम पर इस बार से सरकार द्वारा वैतनीक छुट्टी दिये जाने पर खुशी देखी गई।दुमदुमा नगर कार्यक्रम की पहली रात आयोजित सम्मेलन में असम के जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री पीयूष हजारिका तथा सदिया के विधायक बलिन चेतिया ने हिस्सा लिया और पूजा स्थली पर आयोजित
कार्यक्रम में झुमर नृत्य कर आनन्द लिया। पिऊस हाजिरीका ने कहा कि आज दुमदुमा में आ कर करम सम्मेलन में पहली बार नृत्य किया है।25 सितंबर की शाम को करम पूजा शुरू होने से पहले स्वागत समिति द्वारा वीरेन कोइरी के संपादन में स्मृति पत्रिका ” चंद्रहार ” का विमोचन आयुष मंत्रालय के वैज्ञानिक अमल कुमार बाउरी ने किया । इस कार्यक्रम में तिनसुकिया जिला आयुक्त स्वप्निल पाल, दुमदुमा राजस्व अधिकारी रन्नमय भारद्वाज आई टी बी पी के अधिकारी , दुमदुमा क्षेत्र के चाय बागान संचालक मंडली , दुमदुमा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कमलेश्वर कलिता समाज सेवी किसन लाल पारीक और कई अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। जिला आयुक्त स्वप्ननिल पाल परम्परागत भेष में करम सम्मेलन आकर जिला आयुक्त ने सभी को आकर्षित कर दिया।आयुक्त स्वप्ननिल पाल ने कार्यक्रम में भाषण प्रदान कर कहा की करम सम्मेलन को पर्यटक को आकर्षित करने काम करना चाहिए । कार्यक्रम स्थली पर शाम को झुमुर , उड़िया तथा डोमकच नृत्य प्रतियोगिता आयोजित किया गया। साथ ही असम में उपयोगी वस्तुएं का प्रदर्शनी लगाई गई थी।नृत्य प्रतियोगिता का असम के श्रम मंत्री संजय किसान और राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने भी आनंद उठाया। रात 8 बजे के बाद असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ल बरुवा और उनकी पत्नी जूली मल्ल बरुवा सम्मेलन के मुख्य द्वार पर पहुंचे चाय श्रमिकों के सांस्कृतिक समूहों और बड़ी संख्या में लोगों द्वार स्वागत करम स्थल तक ले आये मंत्री जयंत मल बरुआ ने झुमुर और उड़िया नृत्य का आनंद लेने के बाद दोनों मंत्रियों जयंत मल्ल बरुवा और संजय किसान , राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा और उनकी पत्नी को फुलाम गामोछा और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। स्वागत समिति के अध्यक्ष रूपेश ग्वाला के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में दुमदुमा नगर पालिका के अध्यक्ष कांता भट्टाचार्य, मनोज मानकी तथा वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन बरुवा सहित अंचल के कई विशिष्ट लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री जयंत मल्ल बरुवा ने भाषण देते हुए कहा कि चाय श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने चाय उद्योग को पर्यटन के रूप में उन्नत करने की योजना के बारे में भी बताया। मंत्री संजय किसान और सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। सम्मेलन का समापन नृत्य प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ।