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यशवन्त पाण्डेय, शिलकुड़ी। एनआईटी के अस्थायी कर्मचारी संघ का अनिश्चितकालीन आंदोलन एनआईटी शिलचर में दूसरे दिन भी जारी रहा। एनआईटी शिलचर के निदेशक प्रोफेसर दिलीप कुमार वैद्य ने बुधवार को आंदोलनरत अस्थायी कर्मचारियों से मुलाकात कर मांगों को समझा और अस्थायी कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से सूचित किया कि धरना देने से कोई लाभ नहीं होगा। वर्ष 2005 से नए दिशानिर्देश हैं, इन दिशानिर्देशों के अनुसार एनआईटी शिलचर या भारत के किसी अन्य एनआईटी में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का कोई गाईन लाईन नहीं है। इसलिए इस सन्दर्भ में वे किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि शिलचर एनआईटी में विभिन्न विभागों में 400 पद खाली हैं, 400 पदों पर 25 लोग वर्तमान में काम कर रहे हैं, ऐसे आंदोलन के चलते इन पदों को नही भरा जा रहा है, जिससे दोनों पक्षों का कोई भला नहीं हो रहा है।
आज यदि इन 400 पदों पर नवनियुक्ति हो जाती तो इस क्षेत्र के लोगों को अर्थव्यवस्था या विभिन्न क्षेत्रों में काफी लाभ होता। उन्होंने कहा, ”मैं यह भी जानता हूं कि गैर-शिक्षण पद अगर स्थानीय लोगों को दिए जाएं तो बहुत अच्छे होते हैं, लेकिन पहले जब प्रवेश प्रक्रिया चल रही थी, तो एनआईटी के अस्थायी कर्मियों द्वारा बार-बार बाधा डाली गई थी। इसलिए समस्या हुई। इन्ही समस्याओं को देखते हुए इसबार एनटीए के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया चल रही हैं, जिसमें जिसमें पूरे देश से आवदेक आवेदन कर रहे हैं। एनआईटी शिलचर एनटीए के साथ साक्षात्कार के पक्ष में नहीं था, लेकिन बार-बार रुकावट के बाद मंत्रालय ने कह बाहर साक्षात्कार के लिए कहा। क्योंकि बाहर से आये इतने सारे लोगों को संभालना हमारे लिए संभव नहीं है। इसलिए इस बार प्रवेश प्रक्रिया एनटीए के माध्यम से चल रही है। सके बाद एनआईटी प्रबंधन भी कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश का पालन कर रही है।
जिन दो पदों पर विज्ञापन नहीं देने को कहा गया है, उन्हें छोड़कर बाकी पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
लेकिन एनआइटी के निदेशक की बातें सुनकर आंदोलनकारी नहीं माने। और आंदोलनकारियों की ओर से तपन धर, निर्मल कुर्मी और सूर्य प्रसाद गोड़ ने कहा, अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम अनिश्चितकाल तक आंदोलन जारी रखेंगे। हालांकि दोपहर के बाद कछार जिला प्रशासन के एक अधिकारी के साथ आंदोलनकारी प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई। एनआईटी शिलचर के प्रभारी रजिस्ट्रार असीम रॉय, एनआईटी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष तपन धर, उपाध्यक्ष निर्मल कुर्मी, सचिव चंपा लाल गोड़, भोरखाई जीपी के सभापति सूर्य प्रसाद गोड़ और दो अन्य लोग उपस्थित थे। मालूम हो कि आंदोलनकारी 19 जनवरी को एनआईटी में जो भर्ति प्रक्रिया होगी इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे और शांतिपूर्वक अपना आंदोलन जारी रखेंगे।